भारत का संवैधानिक इतिहास (Constitutional History of India)

• कलकत्ता में सर्वोच्च न्यायलय की स्थापना रेग्युलेटिंग एक्ट 1773 के अंतर्गत की गई ! • कलकत्ता सर्वोच्च न्यायलय के प्रथम मुख्य न्यायाधीश सर एलिजा इम्पे थे ! • भारत में कंपनी के अधिकृत प्रदेशों को पहली बार ब्रिटिश अधिकृत प्रदेशों का नाम 1784 के पिट्स इंडिया एक्ट के अंतर्गत…

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परवर्ती तुगलक शासक – Later Tughlaq Ruler (1388 – 1412 ई.)

गयासुद्दीन तुगलक शाह II  – Gaiusuddin Tughlaq Shah II (1388 ई.) फ़िरोज़ शाह तुगलक की मृत्यु के  बाद दिल्ली सल्तनत में  का पौत्र तुगलक शाह ,  गियासुद्दीन तुगलक शाह – II की उपाधि धारण कर शासक बना किंतु  5 माह के अल्प शासनकाल के बाद उसकी हत्या कर दी गयी…

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मुहम्मद बिन तुग़लक़ – Muhammad bin Tughlaq (1325-51 ई.)

मूल नाम – मलिक फख्रुद्दीन (जूना खॉ) उपाधि – अमीर-उल-मोमिनीन, जिल्लिलाहा(सिक्कों पर) ,मुहम्मद बिन तुगलक, उलूग ख़ाँ (गयासुद्दीन तुगलक द्वारा प्रदत्त)   ग़यासुद्दीन तुग़लक़ की मृत्यु के बाद उसका पुत्र ‘जूना ख़ाँ’, मुहम्मद बिन तुग़लक़ (1325-1351 ई.) की उपाधि धारण कर दिल्ली की गद्दी पर बैठा| दिल्ली सल्तनत में सबसे…

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कॉर्पोरेट और कृषि ऋण माफी में अंतर

कृषि ऋण (Agricultural Debt) जब कोई भी राज्य सरकार किसानों के कर्ज को माफ करती है, तो इसका मतलब वह कर्ज को वेव ऑफ (Wave off) कर रही होती है। इसके सीधे मायने हुए कि जिन किसानों ने बैंक से कर्ज लिया हुआ था, सरकारी वेव ऑफ के बाद उन्हें…

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गयासुद्दीन तुगलक – Ghiyasuddin Tughlaq (1320-25 ई.)

उपाधि – गाजी (काफिरों का वध करने वाला) , मलिक-उल-गाज़ी (मंगोलो को पराजित करने के कारण) इंद्रप्रस्थ के निकट गाजी मलिक और  नासिरुद्दीन खुसरो शाह के सेनाओं के मध्य युद्ध हुआ, जिसमे नासिरुद्दीन खुसरो पराजित हुआ व उसकी हत्या कर दी गयी | नासिरुद्दीन खुसरो की मृत्यु के बाद अमीरों…

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नासिरुद्दीन खुसरो शाह – Nasiruddin Khusro Shah (1320 ई.)

उपाधि – पैगम्बर का सेनापति मुबारक शाह खिलजी की हत्या के बाद खुसरों खां , नासिरुद्दीन खुसरो शाह की उपाधि धारण कर गद्दी पर बैठा तथा अपने नाम के ख़ुत्बे पढ़वाएं और सिक्के ढलवाएँ | नासिरुद्दीन खुसरो शाह हिन्दू धर्म से परिवर्तित होकर मुसलमान बना था| मृत्यु  इंद्रप्रस्थ के निकट…

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कुतुबुद्दीन मुबारक शाह ख़िलजी – Qutbuddin Mubarak Shah Khilji (1316 – 1320 ई.)

उपाधि – अल-इमाम-उल-इमाम, खलाफत-उल-लाह, व अलवासिक बिल्लाह , ख़लीफ़ा राज्याभिषेक – अप्रैल 1316 ई.   मलिक काफ़ूर की हत्या के बाद अमीरों ने मुबारक खां को सुल्तान शिहाबुद्दीन उमर का संरक्षक नियुक्त किया, किन्तु कुछ समय बाद शिहाबुद्दीन उमर को अंधा करवा कर ग्वालियर दुर्ग में कैद कर दिया और…

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भारत में संविधान का विकास (1773 – 1853 A.D)

रेग्युलेटिंग एक्ट (Regulating Act) 1773 इस अधिनियम के द्वारा भारत में पहली बार कंपनी के कार्यों को नियमित व नियंत्रित किया गया। इसके द्वारा भारत में केंद्रीय प्रशासन की नींव रखी गयी तथा कंपनी के राजनैतिक व प्रशासनिक कार्यों को मान्यता मिली। गवर्नर जनरल को सलाह देने हेतु 4 सदस्यों की…

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अलाउद्दीन खिलजी के प्रशासनिक और राजनीतिक सुधार

अलाउद्दीन ने अपने प्रशासनिक कार्यों के संचालन के लिए 4 प्रमुख विभागों का गठन किया – दीवान-ए-विजारत (वित्त विभाग) – यह विभाग वजीर अधीन था, वजीर का  शासन में सुल्तान के बाद सर्वोच्च स्थान था| वित्त के अतिरिक्त इस विभाग को प्रशासन व सैन्य उत्तरदायित्व भी सौंपा गया| दीवान-ए-आरिज (सैन्य…

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