चंद वंश के शासक त्रिमलचंद द्वारा गढ़वाल नरेश श्यामशाह के दरबार में शरण ली गयी थी। कोसी का युद्ध वर्ष 1635 में चंद शासक त्रिमलचंद व गढ़वाल नरेश महिपतिशाह के मध्य लड़ा गया था। चंद वंश का अंतिम शासक महेन्द्रचंद्र था। चंद शासक इंद्रचंद ने चीन से वैवाहिक संबंध स्थापित किए…
Read Moreग्रीष्म ऋतु को उत्तराखंड में रुड़ी व खर्साऊ बोलते है। वर्षा ऋतु को उत्तराखंड बसगाल व चौमासा कहते है। शीत ऋतु को उत्तराखंड स्यून्द व शीतकला के नाम से जाना जाता है। ग्रीष्म ऋतु मे सामान्यत: उत्तराखंड में उष्ण कटिबंधीय दशाएं पाई जाती है। हिमालयी क्षेत्र में उत्तराखंड के शिवालिक…
Read Moreवर्ष 2002 में गढ़वाल विश्वविद्यालय (श्रीनगर) द्वारा मलारी ग्राम (चमोली जिले) के प्रागैतिहासिक पुरास्थल की खुदाई की गयी थी। उत्तरकाशी (Uttarkashi) के हुडली से प्राप्त शैल चित्रों में नीले रंग (Blue Colour) का प्रयोग किया गया हैं। कसार देवी (अल्मोड़ा) में 14 नर्तकों के शैलचित्रों का सुंदर चित्रण किया गया है। उत्तराखंड…
Read Moreउत्तराखंड में बद्रिकाश्रम और कण्वाश्रम नामक दो प्रसिद्ध विद्यापीठ थे, जिनमें कण्वाश्रम विद्यापीठ, दुष्यन्त और शुकंतला के प्रेम-प्रसंग के लिए प्रसिद्ध है। कण्वाश्रम विद्यापीठ में चक्रवर्ती सम्राट भरत का जन्म हुआ था। महाकवि कालिदास द्वारा अपने महाकाव्य अभिज्ञान शाकुन्तलम की रचना मालिनी नदी के तट (कण्वाश्रम) पर की गयी थी।…
Read Moreकुणिंद उत्तराखंड में शासन करने वाली प्रथम राजनीतिक शक्ति थी, इस वंश का सबसे शक्तिशाली शासक अमोघभूति था। अमोघभूति की रजत एवं ताम्र मुद्राएं पश्चिमी में व्यास से लेकर अलकनंदा तक तथा दक्षिण में सुनेत तथा वेहत तक प्राप्त हुई है। अमोघभूति प्रकार की मुद्राओं में अग्र भाग पर देवी…
Read More9 नवम्बर 2000 को उत्तर प्रदेश (UP) के 13 पहाड़ी जिलों को काटकर भारतीय गणतन्त्र के 27वें राज्य के रूप उत्तराखंड का गठन किया गया। उत्तराखंड को हिमालयी राज्यों के गठन के क्रम में 11वें राज्य के रूप में शामिल किया गया। उत्तराखंड का राज्य पुष्प – ब्रह्मकमल उत्तराखंड का…
Read Moreकुमाऊँ में चंद वंश का संस्थापक सोमचंद था, जो इलाहाबाद के झूसी का रहने वाला था। पुण्यताल (सातताल) उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले में स्थित है। चंद शासक रुद्रचंद द्वारा वर्ष 1588 (लाहौर) में मुग़ल शासक अकबर को तिब्बती याक, कस्तूरी मृग, हिरन की खाले भेट की गयी थी। चंद शासक…
Read Moreउत्तराखंड में चंद वंश का संस्थापक सोमचंद था, चंद वर्ष के शासकों द्वारा वर्ष 700 से 1790 ई. तक शासन किया गया। चंद वंश के शासक इंद्र चंद (758-778 ई.) द्वारा कुमाऊँ में रेशम के कारखाने स्थापित किए गए थे। चंद शासक वीणा चंद को खस राजाओं द्वारा पराजित किया…
Read Moreपंवार वंश के शासन काल में राजा के बाद दूसरा राज्य का सबसे सर्वोच्च पद कौन सा था – मुख़्तार या वज़ीर पंवार शासन काल में राजस्व विभाग का प्रमुख अधिकारी दश्तरी होता था। पंवार वंश के शासन काल में आय-व्यय का प्रमुख अधिकारी कौन होता था – दीवान पंवार…
Read Moreवर्ष 1907 में मथुरा प्रसाद नैथानी द्वारा लखनऊ में गढ़वाल भ्रातृमण्डल की स्थापना की गयी, जिसका प्रथम अधिवेशन वर्ष 1908 में कुलानंद बहुगुणा द्वारा कोटद्वार में आयोजित किया गया था। गढ़वाल भ्रातृमण्डल के प्रथम अधिवेशन में गढ़वाल यूनियन तथा हितकारिणी सभा एक हो गयी। तारादत्त गैरोला को गढ़वाल जनजागरण का पितामह…
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