वैज्ञानिक नाम – निकोटियाना टैबैकम (Nicotiana tabacum) कुल – सोलेनेसी जलवायु – उष्णकटिबंधीय (Tropical) तापमान – 20-28°C वर्षा – 50-100 सेंटीमीटर निकोटियाना (Nicotiana) प्रजाति के पौधे के पत्तों को सूखा कर तंबाकू प्राप्त किया जाता है। तंबाकू (tobacco) को मीठा जहर के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह धीरे-धीरे मानव स्वास्थ्य को नुकसान…
Read Moreवानस्पतिक नाम – सेकरुम ऑफ़िसिनारम (Saccharum officinarum) कुल – घास कुल (ग्रेमिनी) जलवायु – उष्णकटिबंधीय (Tropical) तापमान – 21 -27°C वर्षा – 100 – 180 सेंटीमीटर गन्ना (Sugarcane) एक ग्रेमिनी कुल का पौधा है, जो कृषि पर आधारित उद्योगों में दूसरा सबसे प्रमुख उद्योग है। 20 अगस्त 1998 को भारत…
Read Moreवानस्पतिक नाम – कॉर्कोरस ओलिटोरियस (Corchorus olitorius) जलवायु – उष्णार्द्र तापमान – 25-38 C वर्षा – 200-250 सेंटीमीटर उपनाम – स्वर्णिम तंतु जूट ‘टिलिएसिई कुल (Tilicius clans)’ का पौधा है जिसका मूल स्थान अफ्रीका महाद्वीप व भारत को माना जाता है, तथा कपास के बाद यह दूसरी प्रमुख रेशे वाली फसल है। जूट की…
Read Moreवानस्पतिक नाम – गोसिपियम (Gossypium) जलवायु – समशीतोष्ण (temperate) तापमान – 21-27°C वर्षा – 60-110 सेमी. कपास (Cotton) एक व्यापारिक फसल है, जो मालवेसी (Malvaceae) कुल का पौधा है। कपास की विश्व में दो प्रजातियाँ पायी जाती हैं देशी कपास (गासिपियम अरबोरियम) व (गासिपियम हरबेरियम) – इसका उत्पत्ति स्थल भारत व इण्डोचाइना में माना जाता है।…
Read Moreलेग्युम (Legume) कुल की फसलों को दलहनी फसलें कहा जाता है। यह फसलें खनिज तत्वों से भरपूर होती है तथा इन्हें किसी भी मौसम (खरीफ ऋतु, रबी ऋतु, जायद ऋतु) में उगाया जा सकता है। खरीफ ऋतु में – अरहर, उर्द, मूंग, लोबिया मोथ, सोयाबीन आदि। रबी ऋतु में –…
Read Moreवह फसलें, जिनका उपयोग तेल उत्पादन (Oil production) के लिए किया जाता है, उन्हें तिलहनी फसलें (oilseed crops) कहा जाता है। कुछ प्रमुख तिलहनी फसलें निम्नलिखित है – सोयाबीन (Glycine Max), रेपसीड / कैनोला (Brassica napus), ताड़ (Alaise ginensis), सरसों (Synapis deer), सूरजमुखी (Helianthus annus), कपास (Gossypium hirsutum), अलसी (Linum…
Read Moreबाजरा (Millet) भारत की एक प्रमुख फसल है, जिसे मोटे अनाज के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है। बाजरा (Millet) का उपयोग खाद्यान्न तथा चारे के रूप में किया जाता है। इसे कम वर्षा वाले क्षेत्रों व सूखा प्रभावित क्षेत्रों के में भी आसानी से उगाया जा सकता है। इसलिए बाजरा (Millet) को…
Read Moreज्वार (Sorghum) कम वर्षा वाले क्षेत्रों के लिए एक प्रमुख फसल है, जिसका उपयोग खाद्यान्न तथा चारे के रूप में किया जाता है। ज्वार की फसल बोन से पूर्व जमींन की 2 से 3 बार अच्छी तरह जुताई आवश्यक रूप से करनी चाहिए तथा इसके बाद खेत में 100 क्विं./हें.…
Read Moreमक्का (Maize) एक प्रमुख खाद्यान्न फसल है, जो ज़िया मेयस (Zea Mays), घास परिवार पोएसी (Poaceae) का एक सदस्य है। मक्का में 79% कार्बोहाइड्रेट (carbohydrate), 5% प्रोटीन (protein), 5% वसा (fat), 2% राख तथा अन्य खनिज पदार्थ पाए जाते है। धान्य फसलों (cereal crops) की तुलना में मक्का (Maize) में…
Read Moreकुल – ग्रेमिनी (घास कुल) जलवायु – उष्ण कटिबंधीय तापमान – 10°-25°C औसत वर्षा – 80 सेमी. वैज्ञानिक नाम – Triticum aestivum भारतीय गेहूँ की दो प्रकार की प्रजातियां है, जो निम्नलिखित है – ट्रिटिकम कॉम्पेक्टम (Triticum Compactum) ट्रिटिकम स्पैरोकोकम (T. Sphaerococcum) वर्तमान समय संपूर्ण भारतवर्ष में गेहूँ की ट्रिटिकम ऐस्टिवम…
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