वर्ष 2020 में पोंगल त्यौहार (Pongal festival) के अवसर पर तमिलनाडु में आयोजित तीन जल्लीकट्टू आयोजनों में 100 से अधिक लोग घायल हुए। जल्लीकट्टू एक पारंपरिक बुल-टेमिंग इवेंट (Bull taming event) है जो तमिलनाडु राज्य में प्रत्येक वर्ष फसल उत्सव पोंगल के अवसर पर आयोजित किया जाता है। प्रमुख बिंदु…
Read Moreलोहड़ी, मकर संक्रांति, हरेला और पोंगल जैसे सभी त्यौहार फसलों पर आधारित है जो प्रत्येक वर्ष पूरे देश में मनाए जाते है। इन त्यौहार पर देश भर के लाखों किसानों की मेहनत और उद्यम का जश्न मनाते हैं। मकर संक्रांति (Makar Sankranti) मकर संक्रांति के दिन सूर्य ग्रह के मकर…
Read Moreमहात्मा गौतम बुद्ध की विश्व की दूसरी सबसे ऊंची मूर्ति देव नी मोरी, साबरकांठा जिले, गुजरात (Dev Ni Mori, Sabarkantha district, Gujarat) में बनाने का प्रस्ताव है। यह प्रस्तावित प्रतिमा (108 meter) चीन में स्प्रिंग टेम्पल (153 meter) के बाद दुनिया में महात्मा गौतम बुद्ध की दूसरी सर्वाधिक ऊँची प्रतिमा…
Read Moreखादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने गुजरात के सुरेंद्रनगर में पहले रेशम प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन किया। यह संयंत्र रेशम धागे के उत्पादन की लागत को कम करने और स्थानीय रूप से गुजराती पटोला साड़ियों (Gujarati Patola Sarees) के लिए कच्चे माल की बिक्री और उपलब्धता को बढ़ाने में मदद…
Read Moreहाल ही में, भरतनाट्यम नृत्यांगना प्रियदर्शिनी गोविंद को नृत्य कलानिधि पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार मद्रास संगीत अकादमी (Madras Music Academy) द्वारा उनके प्रदर्शन और कला के रूप में प्रचार करने के प्रयासों के लिए प्रस्तुत किया गया है। भरतनाट्यम (Bharatnatyam) यह भारत के आठ शास्त्रीय नृत्यों…
Read Moreबेलम गुफाओं को लोकप्रिय बनाने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार जनवरी 2020 में बेलम गुफा महोत्सव (Belum Cave Festival) का आयोजन करेगी। इस महोत्सव के लिए ‘कांडनवोलू सांभरालु’ नाम प्रस्तावित किया गया है। कंदनवोलू, कुरनूल जिले का प्राचीन नाम था। स्थान (Location): बेलम गुफाएं (Belam Caves), जिसे आंध्र प्रदेश के…
Read Moreजंगुबाई गुफा मंदिर (Jangubai Cave Temple) और कपलाई गुफाओं (Kaplai Cave) को गोंड, प्रधान और कोलम जैसी आदिवासी जनजातियों द्वारा एक तीर्थ स्थल के रूप में माना जाता है। ये गुफाएँ महाराष्ट्र-तेलंगाना सीमा पर स्थित हैं। कोलम जनजाति (Kolam tribe) कोलम जनजाति (कोलावर) महाराष्ट्र की एक अनुसूचित जनजाति है। जिनकी…
Read Moreनृत्य इतिहासकार डॉ. सुनील कोठारी को हाल ही में सत्त्रिया नृत्य को लोकप्रिय बनाने के लिए असम सरकार द्वारा माधवदेव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। सत्त्रिया नृत्य का उद्भव सत्त्रिया नृत्य 15 वीं शताब्दी में असम में संत श्रीमनता शंकर देव द्वारा शुरू किए गए नव-वैष्णव आंदोलन के एक…
Read More