सभी छोटे-बड़े जंतुओं के शरीर के भीतर ऑक्सीजन, भोजन, हॉर्मोन्स आदि पदार्थों को आवश्यकतानुसार उपयुक्त अंगों में पहुंचाने के लिए एक सुविकसित परिसंचारी तंत्र होता हैं, जिसे परिसंचरण तंत्र (Circulatory System) कहते हैं। परिसंचरण तंत्र वाहनियों और नलियों के जाल द्वारा बना होता है। परिसंचारी तंत्र को दो भागों में…
Read Moreरूधिर समूह (Blood Group) की खोज K. Landsteiner ने 1900-1902 में की। मानव रक्त को A,B,O रक्त वर्ग समूह (ABO blood grouping system) द्वारा A, B, AB एवं O चार वर्गों में विभाजित किया गया हैं। लाल रक्त कोशिकाओं (Red blood cells) की सतह पर पाये जाने वाले दो भिन्न…
Read Moreमनुष्य का पाचन तंत्र आहार नाल एवं सहायक ग्रंथियों से मिलकर बना होता है। मनुष्य के पाचन में पांच मुख्य ग्रंथियां सहायक होती हैं, जो निम्नलिखित है पित्ताशयी ग्रंथि (Gall bladder) पित्ताशयी ग्रंथि (Gall bladder) अमाशय में होती है। ये ग्रंथियां हाइड्रोक्लोरिक अम्ल और पित्ताशय रस का साव करती हैं…
Read Moreहमारे भोजन के मुख्य अवयव कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन एवं वसा हैं। अल्प मात्रा में विटामिन एवं खनिज लवणों की भी आवश्यकता होती है। हमारा शरीर भोजन में उपलब्ध जैव-रसायनों का उनके मूल रूप में उपयोग नहीं कर सकता हैं। अतः हमारा पाचन तंत्र जैव रसायनों को छोटे अणुओं में विभाजित कर…
Read Moreफाइबर (Fiber) फाइबर मुख्य पादप कोशिकाओं की सतहों (Walls) का निर्माण करते हैं। फाइबर मुख्यत: भोज्य पदार्थो जैसे – फल, अनाज पत्तेदार सब्जी, दालों, , रोटी, व खाद्य वस्तुओं के उस हिस्से को कहते हैं, जो बिना पचे व अवशोषित हुए ही आंत के द्वारा बाहर निकल जाता है। यह…
Read Moreपादप अपने कार्बनिक खाद्यों (कार्बोहाइड्रेट, वसा, पोटीन और विटामिन) के लिए केवल वायुमंडल पर ही निर्भर नहीं रहते हैं बल्कि जरूरत पड़ने पर सौर ऊर्जा (Solar Energy) का इस्तेमाल कर लेते हैं, इसलिए इन्हें स्वपोषी (Autotrophs) कहते हैं। कुछ जीवाणु भी सौर ऊर्जा या रासायनिक ऊर्जा का इस्तेमाल कर अपना…
Read Moreहीमोग्लोबिन (Haemoglobin-HIb) हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद होता है। इसे लाल रक्त कोशिकाओं का मुख्य घटक माना जाता है, जो ऑक्सीजन के संवाहन का कार्य करता है। हीमोग्लोबिन प्रोटीन का एक बहुत ही ज्यादा जटिल एवं संलिष्ट रूप है जिसमें 95% ग्लोबिन (प्रोटीन) तथा 5% हीमेटिन (haematin) नामक आयरन…
Read Moreसामान्यतः रक्त वाहिनियों के टूटने या कट जाने पर अथवा चोट आदि लग जाने से खून बहने लगता है जो कुछ देर बाद अपने आप बंद हो जाता है। यह क्रिया रक्त के वायु के संपर्क में आने पर जम जाने से संभव होती है। इसे रक्त स्तम्भन (Haemostasis) कहते…
Read Moreरक्त में तीन प्रकार की कोशिकाएं पायी जाती हैं – लाल रक्त कोशिकाएं (Erythrocytes) सफेद रक्त कोशिकाएं (Leucocytes) बिंबाणु या प्लेटलेट्स (Thrombocytes) लाल रक्त कोशिकाएं (Erythrocytes or Red Blood Cells) इनमें न्यूक्लियस (Nucleus) न होकर हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) रहता है। मानव रक्त की लगभग आधी मात्रा इन्हीं लाल रक्त कोशिकाओं (Erythrocytes)…
Read Moreहृदय (Heart) को रक्त परिसंचरण तन्त्र (Blood circulation system) का मुख्य अंग माना जाता है। व्यस्क पुरुषों में हृदय (Heart) का वजन लगनग 250 से 390 ग्राम तथा व्यस्क स्त्रियों में 200 से 275 ग्राम के बीच होता है। मानव हृदय की संरचना (Structure of Human Heart) हृदय की भित्ति…
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