फसलों को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं – मृदा (Soil) पृथ्वी की सतह की सबसे ऊपरी परत को मृदा कहते हैं। इसमें विखंडित चट्टानों के छोटे कणों, खनिजों, जैविक पदार्थ और बैक्टीरिया का मिश्रण होता है। मृदा की चार परतें होती हैं। पहली अथवा सबसे ऊपरी सतह…
Read Moreपौधों की सामान्य वृद्धि के लिए अनेक खनिज तत्व जरूरी होते हैं। किसी भी एक खनिज की कमी या अधिकता होने से पौधे में कई रोग उत्पन्न हो जाते है या उनके लक्षण आ जाते हैं और उनकी वृद्धि रूक जाती है। पौधों के खनिज लवणों को दो भागों में…
Read Moreकृषि का अध्ययन कृषि विज्ञान के रूप में जाना जाता है, तथा इसके अध्ययन हॉर्टिकल्चर (Horticulture) कहाँ जाता है। प्रमुख कृषि उत्पादों को मोटे तौर पर भोजन, रेशा, ईंधन, कच्चा माल, फार्मास्यूटिकल्स, और उद्दीपकों में समूहित किया जा सकता है। खदानों से निकले रॉक फॉस्फेट, कीटनाशक और यांत्रिकीकरण के साथ…
Read Moreप्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) इस प्रक्रिया में पर्णहरित युक्त हरे पौधे सूर्य के प्रकाश की उपस्थित में कार्बनिक पदार्थ लेकर ग्लूकोज के रूप में अपना भोजन बनाते हैं और ऑक्सीजन को वायुमंडल में छोड़ते हैं, अर्थात पौधे जल, प्रकाश, क्लोरोफिल और की उपस्थित में कार्बोहाइड्रेट्स बनाते हैं। प्रकाश-संश्लेषण की दर लाल…
Read Moreवायरस से जनित रोग – TMV (टोबैको मोसैक वायरस) वायरस क्लोरोफिल को नष्ट कर देता है और पत्तियां सिकुड़ जाती हैं। जीवाणु से जनित रोग बीमारी जीवाणु आलू का शैथिल रोग स्यूडोमोनास सोलेनिसियेरम गेहूं का टुन्डू रोग कोरीनो बेक्टीरियम ट्रिटिकी चावल का अंगमारी रोग जैन्थोमोनास ओराइजी नींबू का कैंकर रोग…
Read Moreपत्ती (Leaf) – इसकी सहायता से पौधे में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया होती है। पुष्प (Flower) – पुष्प एक विशेष प्रकार का रूपांतरित प्ररोह (shoot) है, जो तने एवं शाखाओं के शिखाग्र तथा पत्ती के कक्ष में उत्पन्न होता है । पुष्प पौधे के प्रजनन में सहायक होते हैं। तना…
Read Moreपौधों में होने वाली जैविक क्रियाओं के बीच समन्वय स्थापित करने वाले रासायनिक पदार्थों को पादप हार्मोन या फाइटोहार्मोन कहते हैं। ये पौधों की वृद्धि एवं अनेक उपापचयी क्रियाओं को नियंत्रिक एवं प्रभावित करते बहुत से कार्बनिक यौगिक जो पौधों में उत्पन्न नहीं होते, परंतु पादप हार्मोन की तरह कार्य…
Read Moreपादपों को समान उत्पत्ति तथा समान कार्यों को सम्पादित करने वाली कोशिकाओं के समूह को ऊतक कहते हैं। ऊतक के अध्ययन करने को ऊतक विज्ञान (Histology) कहा जाता है। ऊतक शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम विचट (1771-1802) ने किया था। ऊतक की कोशिकाओं की विभाजन क्षमता के आधार पर पादप ऊतक…
Read Moreआदिकालीन जमीनी वनस्पतियों में जड़ें, पत्तियां या फूल नहीं थे। परंतु उनमें एक सुस्पष्ट केन्द्रीय नलिका थी जो पोषक तत्वों के परिवहन के काम आती थी। उनमें अंकुरों के ऊपर स्टोमा अनावृतबीजी-शंक्वाकार पौधा नामक छिद्र भी था जो एक वास्तविक जमीनी पौधे की विशेषता है। जमीनी पौधों में स्थिर रहने…
Read Moreसबसे बड़ी हड्डी फीमर (Thigh bone) सबसे छोटी हड्डी स्टेपिस (Stapes) सबसे बड़ी ग्रन्थि यकृत (Liver) सबसे बड़ी अंतःस्रावी ग्रंथि थाइरॉइड ग्रन्थि (Thyroid gland) सबसे बड़ी कोशिका न्यूरॉन (Neuron) सबसे बड़ी धमनी एबडॉमिनल एओर्टा (Abdominal aorta) सबसे बड़ा शिरा इनफीरियर वेनाकोआ (Inferior Venacova) सबसे लंबी तंत्रिका शियाटिक (Sciatic) सबसे बड़ा…
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