दो या दो से अधिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए निर्मित नदी घाटी परियोजनाओं को बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना कहते है। इनका उपयोग सिंचाई, पेयजल, जल विद्युत, वन संरक्षण, भूमि संरक्षण, मत्स्य पालन, पर्यटन विकास, रोजगार तथा नौका परिवहन आदि के लिए किया जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा नदी…
Read Moreउत्तरी भारत में स्थित मध्य प्रदेश राज्य चारों ओर से पूर्णतः स्थलों से घिरा है, जो ना ही किसी अंतर्राष्ट्रीय सीमा को और न ही किसी सागरीय सीमा को स्पर्श करता है। भारत के मध्य में स्थित होने के कारण, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) , को ‘हृदय प्रदेश’ भी कहा जाता है।…
Read Moreमध्य प्रदेश को उसकी भौतिक परिस्थितियों के आधार पर 3 प्राकृतिक प्रदेशों में वर्गीकृत किया गया है। मध्य उच्च प्रदेश (Middle High Region) मध्य उच्च प्रदेश त्रिभुज के आकार का एक पठारी प्रदेश (plateau region) है, जो नर्मदा, सोन घाटियों एवं अरावली श्रेणियों के मध्य स्थित है। नर्मदा सोन घाटी…
Read Moreमध्य प्रदेश का अधिकांश भाग पठारी होने के साथ-साथ मध्य प्रदेश में कुछ प्रमुख पर्वत भी पाए जाते हैं। जो निम्नलिखित है – अरावली पर्वत श्रेणी (Aravali Mountain Range) अरावली पर्वत श्रेणी को पृथ्वी की प्राचीनतम पर्वत श्रृंखला माना जाता है, जिसके ढाल अधिक तीव्र हैं। यह पर्वत मालवा पठार के…
Read Moreवायुमंडल में होने वाला अल्पकालिक परिवर्तन मौसम तथा मौसम में होने वाले दीर्घकालिक परिवर्तन को जलवायु कहते है जिसका प्रभाव एक विस्तृत क्षेत्र और पर्यावरण पर पड़ता है। कर्क रेखा, मध्य प्रदेश के मध्य से गुजरती है जिसके कारण मध्य प्रदेश की जलवायु मानसूनी प्रकार (उष्णकटिबंधीय) की है। यहाँ की जलवायु को प्रभावित करने…
Read Moreमध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित वेधशाला में ऋतु संबंधी आँकड़ों को एकत्रित करने का कार्य किया जाता है। मध्य प्रदेश में ऋतुओं को मुख्यतः 3 वर्गों में विभाजित किया गया हैं ग्रीष्म ऋतु वर्षा ऋतु शीत ऋतु ग्रीष्म ऋतु (Summer Season) मध्य प्रदेश में ग्रीष्म ऋतु का प्रारंभ मध्य मार्च…
Read Moreनर्मदा नदी अपवाह तंत्र नर्मदा नदी का उद्गम (Origin) स्थल मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित अमरकंटक पर्वत से होता है इसे मध्य प्रदेश की जीवन रेखा भी कहा जाता है। नर्मदा नदी तीन राज्यों (मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं गुजरात) में 1,312 Km प्रवाहित होकर भरुच के निकट खंभात की खाड़ी में गिरती है तथा…
Read Moreवर्षा पर आधारित होने के बावजूद भी प्रायद्वीपीय नदियों में प्रचुर मात्रा में जल संग्रहण की क्षमता हैं। वर्तमान में मध्य पदेश में 81.50 लाख हेक्टेयर मीटर पानी सतह में उपलब्ध है। मध्य प्रदेश को जल उपलब्ध कराने वाली प्रमुख नदियों में उत्तर में चंबल, बेतवा, सिंध और केन, दक्षिण में नर्मदा और वेनगंगा, पूर्व…
Read Moreभौतिक व रासायनिक परिवर्तनों द्वारा चट्टानों के विखंडन से उत्पन्न होने वाले ढीले एवं असंगठित पदार्थों को मृदा हैं। मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों में प्रौढ़ मृदा विस्तृत है। यह मृदा चट्टान व जीवाश्म के मिश्रण से निर्मित होती है। किसी भी प्रदेश में वनस्पति के निर्धारण के लिए मृदा…
Read Moreमौलाना बरकतुल्लाह (Maulana Barkatullah) मौलाना बरकतुल्लाह का जन्म वर्ष 1854 ई० में भोपाल (Bhopal) में हुआ तथा 20 सितंबर, 1927 को इनका निधन हो गया। यह अमेरिका में स्थापित गदर पार्टी (Gadar Party) के संस्थापकों में से एक थे और और इस ग़दर पार्टी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत की आज़ादी के लिए अपना पक्ष रखा। मौलाना बरकतुल्लाह ने नवंबर, 1913 में…
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