वर्ष 2002 में गढ़वाल विश्वविद्यालय (श्रीनगर) द्वारा मलारी ग्राम (चमोली जिले) के प्रागैतिहासिक पुरास्थल की खुदाई की गयी थी। उत्तरकाशी (Uttarkashi) के हुडली से प्राप्त शैल चित्रों में नीले रंग (Blue Colour) का प्रयोग किया गया हैं। कसार देवी (अल्मोड़ा) में 14 नर्तकों के शैलचित्रों का सुंदर चित्रण किया गया है। उत्तराखंड…
Read Moreउत्तराखंड में बद्रिकाश्रम और कण्वाश्रम नामक दो प्रसिद्ध विद्यापीठ थे, जिनमें कण्वाश्रम विद्यापीठ, दुष्यन्त और शुकंतला के प्रेम-प्रसंग के लिए प्रसिद्ध है। कण्वाश्रम विद्यापीठ में चक्रवर्ती सम्राट भरत का जन्म हुआ था। महाकवि कालिदास द्वारा अपने महाकाव्य अभिज्ञान शाकुन्तलम की रचना मालिनी नदी के तट (कण्वाश्रम) पर की गयी थी।…
Read Moreकुणिंद उत्तराखंड में शासन करने वाली प्रथम राजनीतिक शक्ति थी, इस वंश का सबसे शक्तिशाली शासक अमोघभूति था। अमोघभूति की रजत एवं ताम्र मुद्राएं पश्चिमी में व्यास से लेकर अलकनंदा तक तथा दक्षिण में सुनेत तथा वेहत तक प्राप्त हुई है। अमोघभूति प्रकार की मुद्राओं में अग्र भाग पर देवी…
Read Moreकुमाऊँ में चंद वंश का संस्थापक सोमचंद था, जो इलाहाबाद के झूसी का रहने वाला था। पुण्यताल (सातताल) उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले में स्थित है। चंद शासक रुद्रचंद द्वारा वर्ष 1588 (लाहौर) में मुग़ल शासक अकबर को तिब्बती याक, कस्तूरी मृग, हिरन की खाले भेट की गयी थी। चंद शासक…
Read Moreउत्तराखंड में चंद वंश का संस्थापक सोमचंद था, चंद वर्ष के शासकों द्वारा वर्ष 700 से 1790 ई. तक शासन किया गया। चंद वंश के शासक इंद्र चंद (758-778 ई.) द्वारा कुमाऊँ में रेशम के कारखाने स्थापित किए गए थे। चंद शासक वीणा चंद को खस राजाओं द्वारा पराजित किया…
Read Moreपंवार वंश के शासन काल में राजा के बाद दूसरा राज्य का सबसे सर्वोच्च पद कौन सा था – मुख़्तार या वज़ीर पंवार शासन काल में राजस्व विभाग का प्रमुख अधिकारी दश्तरी होता था। पंवार वंश के शासन काल में आय-व्यय का प्रमुख अधिकारी कौन होता था – दीवान पंवार…
Read Moreवर्ष 1907 में मथुरा प्रसाद नैथानी द्वारा लखनऊ में गढ़वाल भ्रातृमण्डल की स्थापना की गयी, जिसका प्रथम अधिवेशन वर्ष 1908 में कुलानंद बहुगुणा द्वारा कोटद्वार में आयोजित किया गया था। गढ़वाल भ्रातृमण्डल के प्रथम अधिवेशन में गढ़वाल यूनियन तथा हितकारिणी सभा एक हो गयी। तारादत्त गैरोला को गढ़वाल जनजागरण का पितामह…
Read More14 जनवरी 1948 को टिहरी के राजा नरेन्द्रशाह को अपदस्थ कर टिहरी में प्रजातंत्र की स्थापना की गयी। 6 फरवरी 1820 प्रसिद्ध पर्यटक मूरकास्ट अपने दल के साथ टिहरी पहुंचा था। 4 मार्च 1820 को ईस्ट इंडिया कंपनी के गर्वनर जनरल द्वारा सुदर्शनशाह को गढ़वाल रियासत के राजा के रूप…
Read Moreटिहरी का घंटाघर कीर्तिशाह द्वारा महारानी विक्टोरिया की 1897 में हीरक जयंती की याद में स्थापित किया गया। वर्ष 1920 पंडित हरिकृष्ण रतूड़ी द्वारा टिहरी में प्रथम कृषि बैक की स्थापना की गयी। वर्ष 1942 में नरेन्द्र शाह द्वारा टिहरी में कन्या पाठशाला की स्थापना की गयी। वर्ष 1897 में टिहरी में सर्वप्रथम…
Read Moreमुहम्मद बिन तुगलक द्वारा कुमाऊं पर विजय प्राप्त करने के लिए कुमाऊं की पहाड़ियों पर कराचिल अभियान चलाया गया था। वर्ष 1947 में आयोजित पूजा मण्डल के वार्षिक अधिवेशन के अध्यक्ष रामस्वरूप थे। ऊँटेश्वर मन्दिर समूह, उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जनपद में स्थित है। दुर्गम क्षेत्रों में इंटरनेट की उपलब्धता…
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