एप्लीकेशन के आधार कम्प्यूटर 3 वर्गों में विभाजित किया जा सकता है –
Analog Computer — वे कम्प्यूटर जो भौतिक मात्राओं को नापने का कार्य करते हैं। Analog Computer का प्रयोग विज्ञान एवं Engineering के क्षेत्र में होता है। क्योंकि इन क्षेत्रों में परिमाण का प्रयोग अधिक होता है।
Digital Computer — यह कम्प्यूटर अंकों की गणना करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। अधिकांशतः कम्प्यूटर डिजिटल कम्प्यूटर ही होते हैं।
Hybrid Computer — वे कम्प्यूटर जो Analog एंव Digital Computer दोनों का कार्य करते हैं। जैसे- Petrol Pump में पेट्रोल मापन के लिए।
क्षमता पर आधारित कम्प्यूटर के प्रकार
General Purpose Compter – इस प्रकार के कम्प्यूटरों का प्रयोग सामानयतः घरों एवं दुकानों पर किया जाता है।
Special Purpose Computer – यह कम्प्यूटर विशेष कार्य के लिए प्रयोग किए जाते हैं। इनका प्रयोग सामान्यतः मौसम विज्ञान, कृषि विज्ञान, युद्ध एवं अंतरिक्ष विज्ञान आदि क्षेत्रों में किया जाता है।
आकार एवं कार्य के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार
Micro Computer यह छोटे आकार के कम्प्यूटर होते हैं। इनका विकास 1970 के दशक में हुआ था। इन कम्प्यूटरों में माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor) का प्रयोग किया गया। इन्हे PC भी कहा जाता है, जिसे निम्न उपवर्गों में विभाजित किया जाता है –
- Desktop Computer
- Laptop Computer
- Palmtop Computer
- Notebook Computer
- Tablet Computer
Desktop Computer – वे कम्प्यूटर जिन्हें टेबिल पर रखकर चलाया जाता है।
Laptop Computer – यह कम्प्यूटर आकार में बहुत छोटे होते हैं। Laptop को एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से स्थान्तरित किया जा सकता हैं। इनमें पावर के लिए बैटरी का प्रयोग होता है। (Notebook Computer भी Laptop Computer के समान ही होते है।)
Palmtop Computer – यह कम्प्यूटर Laptop Computer से भी छोटे होते हैं जिनको हथेली में रखकर चलाया जाता है। इनकी कार्य करने की क्षमता लेपटॉप से थोड़ी कम होती है।
Tablet Computer – यह बहुत छोटे आकार के कम्प्यूटर होते हैं। जिनमे टचस्क्रीन की सुविधा उपलब्ध होते है।
Workstation Computer – इनका प्रयोग छोटे व्यापार में सर्वर के रूप में किया जाता है। इनकी कार्य करने की क्षमता माईक्रो कम्प्यूटर की अपेक्षा अधिक होती है।
Mini Computer – इनका प्रयोग बड़ी बड़ी कंपनियों एवं सरकारी ऑफिस में सर्वर कम्प्यूटर के कार्य के लिए प्रयोग किये जाते हैं। PDP- 8 First Mini Computer जिसका विकास 1965 में किया गया था। इसका निर्माण DEC (Digital Equipment Corporation) Company द्वारा किया गया।
Mainframe Computer – ये वे कम्प्यूटर हैं जो बड़ी-बड़ी कंपनियों एवं सरकारी ऑफिस में सर्वर कम्प्यूटर के कार्य के लिए प्रयोग किए जाते हैं। ये कम्प्यूटर छोटे-छोटे फ्रेम के बने होते है। इन कम्प्यूटर्स में माईक्रो कम्प्यूटर का प्रयोग के तौर पर किया जाता है। कुछ Mainframe Computer निम्न हैं – IBM 4381, ICL 39, CDC Cyber etc.
Super Computer – यह विशेष प्रकार के कम्प्यूटर होते हैं। जिनका निर्माण विशेष कार्यों के लिए किया जाता है। ये दुनिया के सबसे तेज और बड़े कम्प्यूटर होते हैं। भारत का पहला सुपर कम्प्यूटर परम है। नवीनत्तम सुपर कम्प्यूटर PARAM-10000 है।