प्रत्येक वर्ष, 31 मई को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और इसके सहयोगी देशों द्वारा वर्ल्ड नो टोबैको डे (WNTD) के रूप में मनाया जाता है।
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य तम्बाकू के उपयोग और सेकंड-हैंड स्मोक एक्सपोज़र के हानिकारक और घातक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और तंबाकू किसी भी रूप के उपयोग को हतोत्साहित करने का अवसर है।
प्रमुख बिंदु
WNTD का उद्देश्य
- इसका उद्देश्य युवाओं में तंबाकू और निकोटिन के उपयोग को रोकने के लिए प्रोत्साहित करना है।
- वर्तमान में यह दिवस और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अध्ययनों से पता चलता है कि धूम्रपान करने वालों में कोरोनोवायरस होने पर गंभीर मामले देखे जा रहे है।
कैंसर (Cancer)
- तंबाकू का सेवन करना, कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक है।
- तंबाकू के सेवन से कई प्रकार के कैंसर होते हैं, जैसे – फेफड़े का कैंसर, स्वरयंत्र मुंह का कैंसर, ग्रासनली कैंसर, गला, मूत्राशय, गुर्दे आदि।
WHO फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन टोबैको कंट्रोल (WHO FCTC)
FCTC, WHO के तत्वावधान में हुई पहली अंतरराष्ट्रीय संधि है।
इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 21 मई 2003 को अपनाया गया और 27 फरवरी 2005 को सभी देशो के लिए अनिवार्य रूप से लागू किया गया।
FCTC के द्वारा तंबाकू के उपयोग को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय किये जा रहे है –
- तंबाकू उत्पादों के मूल्य में वृद्धि।
- तंबाकू पैकेज पर बड़े, ग्राफिक के साथ चेतावनी।
- सार्वजनिक स्थान को 100% धूम्रपान-मुक्त करना।
- तंबाकू विपणन पर प्रतिबंध।
- धूम्रपान छोड़ने वाले लोगो को प्रोत्साहित व समर्थन करना।
- तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप को रोकना।
एम-सेसेशन कार्यक्रम (mCessation Program)
एम-सेसेशन (mCessation), तंबाकू का सेवन छोड़ने के लिये मोबाइल प्रौद्योगिकी पर आधारित एक पहल है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत एक सरकार द्वारा एक राष्ट्रीय नंबर जारी किया जाता है। वह कोई भी व्यक्ति जो तंबाकू का सेवन छोड़ना चाहते है , इस नंबर पर मिस्ड कॉल देकर सहायता प्राप्त कर सकते है।
वर्ष 2016 में भारत सरकार ने के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत text message का उपयोग कर mCessation कार्यक्रम शुरू किया था।