डॉल्टन ने द्रव्यों (Matter) की प्रकृति के बारे में आधारभूत सिद्धांत प्रस्तुत किया। सर्वप्रथम ग्रीक दार्शनिकों (Greek philosophers) के द्वारा द्रव्य के सूक्ष्मतम कण, को परमाणु (Atomic) नाम दिया गया, डॉल्टन द्वारा भी द्रव्य के सूक्ष्मतम कण को परमाणु (Atomic) नाम दिया। डॉल्टन का परमाणु सिद्धांत (Dalton’s atomic theory), रासायनिक संयोजन के नियमों (laws of chemical combination) के दो नियमों द्रव्यमान संरक्षण के नियम (Laws of mass conservation) और निश्चित अनुपात के नियम (laws of definite proportions) पर आधारित था।
डाल्टन के परमाणु सिद्धांत (Dalton’s atomic theory) के अनुसार प्रकृति में उपस्थित सभी द्रव्य (Matter) चाहे वह तत्व (element), यौगिक (compound) या मिश्रण (mixture) हो, सूक्ष्मतम कणों से बने होते हैं जिन्हें परमाणु (Atoms) कहते हैं। डाल्टन के परमाणु सिद्धांत को निम्नलिखित प्रकार से व्याख्यित किया जा सकता है –
1. प्रकृति में उपस्थित सभी द्रव्यों (Matter) का निर्माण परमाणुओं से होता हैं।
2. परमाणु किसी भी द्रव्य (Matter) का वह सूक्ष्मतम अविभाज्य कण हैं, जिसे रासायनिक अभिक्रिया में न तो सृजित किया सकता हैं और ना ही नष्ट किया सकता हैं।
3. किसी पदार्थ (Matter) के सभी परमाणुओं का द्रव्यमान (Mass) एवं रासायनिक गुणधर्म (chemical properties) समान होते हैं।
4. भिन्न-भिन्न पदार्थों (Matters) के परमाणुओं के द्रव्यमान (Mass) एवं रासायनिक गुणधर्म (chemical properties) भिन्न-भिन्न होते हैं।
5. भिन्न-भिन्न पदार्थों (Matters) के परमाणु (Atom) परस्पर छोटी पूर्ण संख्या के अनुपात में संयोजित होकर यौगिक (compound) का निर्माण करते हैं।
6. किसी भी यौगिक (compound) में परमाणुओं की सापेक्ष संख्या (relative number) एवं परमाणु के प्रकार निश्चित होते हैं।
Exact explanation of Dalton’s atomic model