उत्तराखंड में भूमि व उससे संबंधित प्रमुख शब्दावली
प्रमुख शब्द | व्याख्या |
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नॉन रेग्यूलेशन (Non regulation) गैर आइनी |
कानूनों से मुक्त प्रशासन |
खुर्नी, कैनी | हिस्सेदारी ‘स्वयं या दूसरों के माध्यम से स्वयं की जमीन पर खेती करना या करवाना |
सिरतान | वह कृषक जिन्हें कृषि करवाने हेतु अपने जमीन पर बसाया जाता था। |
बीसी | 20 नाली जमीन पर बोये जाने वाले बीज तत्कालीन 20 नाली – 4800 वर्ग गज |
हलिया, साझी | कृषि हेतु हल चलाने के लिए किसी व्यक्ति को कार्य पर रखना साझी मध्यस्थ का कार्य करना |
पायकाश्त | वह अस्थायी कृषक जो कृषि करने हेतु अन्य गांव की जमीन पर जाता था। |
नाली | दो सेर बीज बोने हेतु प्रयुक्त भूमि (1 नाली – 200 वर्ग मी.) |
खालसा भूमि | वह ग्राम जिनका राजस्व सीधे राजकोष में जमा होता है। |
गूंठ भूमि | वह भूमि अनुदान जिसका राजस्व मन्दिरों के लिए उपयोग होता था। |
गैर आबाद | बंजर भूमि, वन भूमि, पर्वत आदि। |
माफी | विशिष्ठ व्यक्तियों को राजस्व मुक्त (कर मुक्त भूमि) दी गयी भूमि |
उत्तराखण्ड से संबंधित अन्य प्रमुख शब्दावली
प्रमुख शब्द | व्याख्या |
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कुली बेगार | बिना मजदूरी दिए कराया गया जबरन श्रम |
बर्दायश | ब्रिटिश अधिकारियों को दी जाने वाली निःशुल्क सेवा |
कोली | बुनकर |
तिरूआ | तीर बनाने वाला |
भूल | कोल्हू से तेल निकालने वाला |
ओड़ | भवन निर्माण हेतु पत्थर काटने वाला |
रूढ़िया | रिगांल व बांस से टोकरी आदि बनाने वाला |
टम्टा | तांबे के बर्तन बनाने वाला |
बाड़ी | चमड़े के जूते बनाने वाला |
हनकिया | कुम्हार (मिट्टी के बर्तन बनाने वाला) |
बरा | अनाज, ईंधन व लकड़ी के रूप में लगाये जाने वाला कर |
मामला | टिहरी रियासत में लिया जाने वाला नगद लगान |
औजी | जागर लगाने वाले |