हाल ही में, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यसभा को देश में किशोरों के स्वास्थ्य और कल्याण के बारे में चर्चा करते हुए राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (RKSK) के बारे में बताया।
प्रमुख बिंदु
स्वास्थ्य और स्वास्थ्य मंत्रालय (MoHFW) द्वारा 2014 में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (RKSK) शुरू किया गया था।
यह कार्यक्रम किशोरों की आबादी के समग्र विकास को सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखता है।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (RKSK) एक किशोर को 10-19 वर्ष की आयु के व्यक्ति के रूप में परिभाषित करता है, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में, लड़कियों और लड़कों दोनों में विवाहित और अविवाहित, गरीब और संपन्न सभी लोग शामिल हैं।
यह कार्यक्रम सभी किशोरों तक पहुंचने पर भी ध्यान केंद्रित करता है जिसमें लेस्बियन (lesbian), गे (gay), बाइसेक्शुअल (bisexual), ट्रांसजेंडर (transgender) और LGBTQ शामिल हैं।
इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन एवं मार्गदर्शन करने के लिए, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (United Nations Population Fund – UNFPA) के सहयोग से MoHFW ने एक राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य रणनीति विकसित की है।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (RKSK) के अंतर्गत 6 विषयगत क्षेत्रों को शामिल किया गया है, जिसका उद्देश्य निम्नलिखित है –
- पोषण में सुधार (Improve Nutrition)
- यौन और प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार (Improve Sexual and Reproductive Health)
- मानसिक स्वास्थ्य में वृद्धि
- गैर-संचारी रोग (Non-Communicable Diseases)
- चोटों और हिंसा को रोकना
- पदार्थ के दुरुपयोग पर रोक
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (RKSK) के प्रमुख तत्व निम्नलिखित हैं –
सभी राज्यों में सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों के विभिन्न स्तरों पर किशोरों के अनुकूल स्वास्थ्य क्लीनिक (Adolescent Friendly Health Clinics – AFHCs)।
स्कूल जाने वाले किशोर लड़कों और लड़कियों के लिए और पूरे देश में स्कूली किशोर लड़कियों के लिए साप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड अनुपूरक (Weekly Iron Folic Acid Supplement – WIFS )।
माहवारी स्वच्छता योजना (Menstrual Hygiene Scheme) जो राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों की किशोर लड़कियों के लिए सैनिटरी नैपकिन की खरीद के लिए धन प्रदान करती है (10-19 वर्ष की आयु की लड़कियाँ )।
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Vikash vishwakarma village post bamhouri jaitwara satna m.p