- वानस्पतिक नाम – कॉफिया (Coffea)
- जलवायु – उष्णार्द्र
- तापमान – 15 -18°C
- वर्षा – 150-250 सेंटीमीटर
कहवा या कॉफी मूल रूप से ब्राजील का पौधा है, जिसका वानस्पतिक नाम कॉफिया (Coffea) है।
17वीं शताब्दी में मुस्लिम फकीर बाबा बदून द्वारा कॉफी को अरब से लाकर कर्नाटक राज्य के चिकमंगलूर जनपद में बदून की पहाड़ियों पर उगाया गया था। वर्तमान में भारत में कहवा (Coffee) की दो किस्मों की खेती की जाती है –
- कहवा अरेबिका – यह सबसे उच्च कोटि की कॉफी (coffee) होती है।
- कहवा रोबोस्ता
कहवा (Coffee) की खेती के लिए इसके आस-पास छायादार वृक्ष लगाये जाते हैं, क्योंकि इसकी खेती के लिए कम तापमान लगभग (15 – 18°C) की आवश्यकता होती है।
कहवा या कॉफी की खेती 600 से 1800 मीटर ऊँचे पहाड़ी ढालों पर की जाती है, जिससे पानी चाय के पौधों जड़ों पर ना रुके, क्योंकि चाय के पौधों की जड़ों में पानी रुकने से चाय की फसल ख़राब हो जाती है।
भारत में कर्नाटक, कहवा (Coffee) का सबसे बड़ा उत्पादक एवं सबसे अधिक क्षेत्रफल में खेती करने वाला राज्य है।