हाल ही में, कानूनी विशेषज्ञों द्वारा सरकार द्वारा शुरू की गई आरोग्य सेतु ऐप (Arogya Setu App) की गोपनीयता नीति पर चिंता जताई गयी है। कानूनी विशेषज्ञों का विचार है, कि इस बात पर अधिक स्पष्टता की आवश्यकता है कि ऐप द्वारा एकत्र किए गए डेटा को सरकार द्वारा कैसे संग्रहीत और उपयोग किया जाएगा।
आरोग्य सेतु ऐप (Aarogya Setu App)
- आरोग्य सेतु ऐप (Arogya Setu App) को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया है।
- यह कोरोनावायरस (COVID – 19) से प्रभावित होने के जोखिमो की पहचान करने में लोगों की मदद करेगा।
- यह अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी जैसे – ब्लूटूथ, एल्गोरिदम और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करते हुए, किसी दूसरे व्यक्ति के साथ उपयोगकर्ता की बातचीत के आधार पर जोखिम की गणना करेगा।
- आरोग्य सेतु ऐप (Arogya Setu App) हरे और पीले रंग के कोडों के आधार पर आपके जोखिम के स्तर को दिखाता है।
प्रमुख बिंदु
- यदि भारत सरकार के साथ डेटा साझा किया जाता है तो सरकार डेटा का उपयोग कैसे करेगी, इस विषय पर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
- यदि भारत सरकार के साथ डेटा साझा किया जाता है तो सरकार डेटा का उपयोग कैसे करेगी।
- ऐप की गोपनीयता नीति केवल ऐप पर उपलब्ध डेटा को निर्दिष्ट करती है और यह निर्दिष्ट नहीं करती है कि भारत सरकार कब तक सर्वर साइड डेटा को बनाए रखेगी।
- भारत की स्थिति सिंगापुर जैसे देशों से अलग है, क्योंकि भारत में सभी लोगो के पास स्मार्टफोन नहीं हैं।
- भारत में स्मार्टफोन उपयोगकर्ता बहुत कम हैं जिसका अर्थ है कि बहुत कम लोग ही आरोग्य सेतु ऐप (Arogya Setu app) को डाउनलोड कर पाएंगे।
ऐप की गोपनीयता नीति के अंतर्गत डेटा संग्रहण, इसके भंडारण और इसके उपयोग पर विस्तृत स्पष्टीकरण की आवश्यकता है।
वर्ष 2017 में सर्वोच्च न्यायालय के जस्टिस पुट्टस्वामी के फैसले के अनुसार, निजता का अधिकार एक मौलिक अधिकार है और व्यक्तिगत डेटा को सूचनात्मक गोपनीयता के आवश्यक पहलू के रूप में संरक्षित करना आवश्यक है।
Hi
nice information about aarogya setu