अम्ल (Acid)
वह पदार्थ जिसमें जल मिलाने पर वह हाइड्रोजन आयन (H+ ) आयन मुक्त करता है, अम्ल (Acid) कहलाता है। अम्ल (acids) मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं
- कार्बनिक अम्ल (Organic Acid) – फार्मिक अम्ल एवं एसिटिक अम्ल
- अकार्बनिक अम्ल (Inorganic Acid) – नमक, गंधक एवं शोरे
कार्बनिक अम्ल (Organic acids) में कार्बन विद्यमान होता है किंतु अकार्बनिक अम्लों (Inorganic acids) में कार्बन विद्यमान नहीं होता।कार्बनिक अम्लों (Organic Acid) का त्वचा पर अधिक प्रभाव नहीं होता है किंतु अकार्बनिक अम्ल (Inorganic acids) त्वचा को बुरी तरह जला देते है।
अकार्बनिक अम्लों (Inorganic acids) में पानी अवशोषित करने का गुण विद्यमान होता है, अतः जब अकार्बनिक अम्ल (Inorganic acids) शरीर पर गिरते हैं तो त्वचा में उपस्थित जल को अवशोषित करते हैं। जिससे इस प्रक्रिया में काफी मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न होती है, जिससे कोशिकाएँ (cells) नष्ट हो जाती हैं और काफी गहरा घाव हो जाता है।
अम्ल के गुण (Properties of Acid)
- अम्ल (Acid) की, जिंक (zinc), मैग्नीशियम (Magnesium) या एल्युमीनियम (Aluminum) के साथ क्रिया करने पर हाइड्रोजन (H2) गैस उत्पन्न होती है।
- अम्ल (Acid) जल में विघटित होकर H+ आयन मुक्त करते हैं।
- अम्ल (Acid) उन यौगिकों के साथ अभिक्रिया करते है जिसमें CO3²¯ आयन होता है।
- अम्ल (Acid) नीले लिटमस पेपर (Litmus paper) का लाल रंग में परिवर्तित कर देता है।
- अम्ल (Acid) का pH मान 7 से कम होता है।
- अम्ल (Acid) स्वाद में खट्टे (sour) होते है।
प्रबल अम्ल एवं दुर्बल अम्ल (Strong and weak Acids)
प्रबल अम्ल (Strong Acids) : वे अम्ल जो जल में पूर्णतः विघटित होकर H+ आयन मुक्त करते हैं, प्रबल अम्ल (strong acids) कहलाते हैं। प्रबल अम्लों की संख्या मात्र 6 है –
- HCl (Hydrochloric acid)
- H2SO4 (Sulphuric acid)
- HNO3 (Nitric Acid)
- HClO4 (Perchloric acid)
- HBr (Hydrobromic acid)
- HI (Hydroiodic acid)
Note: इन 6 अम्लों के अतिरिक्त अन्य सभी अम्ल दुर्बल अम्ल होते हैं।
दुर्बल अम्ल (WeakAcid) : वे अम्ल जो जल में आंशिक रूप से विघटित होकर H+ आयन मुक्त करते हैं, दुर्बल अम्ल (weak acids) कहलाते हैं।
क्षार (Base)
वह पदार्थ जिसमें जल मिलाने पर वह हाइड्रोक्साइड आयन (OH) मुक्त करते है, क्षार (Base) कहलाते है।
क्षार के गुण (Properties of Base)
- क्षार (Base) अधिकांश धनायन (cation) के साथ अभिक्रिया करके हाइड्रोक्साइड अवक्षेपित करते हैं।
- क्षार जल में विघटित होकर OH- आयन मुक्त करते हैं।
- क्षार (Base) लाल लिटमस पेपर (Litmus paper) के रंग को नीले रंग में परिवर्तित कर देता है।
- क्षार (Base)का pH मान 7 से अधिक होता है।
- यह स्वाद में कड़वे (bitter) होता है।
प्रबल क्षार एवं दुर्बल क्षार (Strong and weak Base)
प्रबल क्षार (Strong Base) : वह पदार्थ जो जल में पर वह पूर्णतः विघटित होकर हाइड्रोक्साइड आयन ( OH−) मुक्त करते है, प्रबल क्षार (strong base) कहलाता है। आवर्त सारणी में प्रथम दो वर्गों के तत्वों के हाइड्रोक्साइड, प्रबल क्षार होते हैं। उदाहरण –
दुर्बल क्षार (Weak Base) : वह पदार्थ जो जल में विघटित होकर हाइड्रोक्साइड आयन (OH−) नहीं करते है, बल्कि इसमें मिले जल से (OH−) आयन मुक्त होता है दुर्बल क्षार (Weak base) कहलाता है। अधिकांशतः दुर्बल क्षार दुर्बल अम्लों के एनायन होते हैं।
लवण (Salt)
सभी अम्लों में हाइड्रोजन (hydrogen) के परमाणु उपस्थित होते हैं, जिन्हें धातु या धातु जैसे तत्व समूह से आंशिक या पूर्ण रूप से हटाने पर बने यौगिक को लवण (Salt) कहा जाता है।
- लवण (Salt) का लिटमस पेपर (litmus paper) पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
- अम्ल (Acid) और क्षार (Base) आपस में अभिक्रिया करके लवण (Salt) बनाते है।
Bhai mast