Q1. पूर्व मध्यकाल में सोन नदी घाटी के क्षेत्र में किस आदिवासी/जनजातीय राज्य का उत्थान हुआ था?
(A) उज्जैनिया
(B) भार
(C) खरवार
(D) चेरो
Q2. पाल शासकों के पतन के दौरान मध्य बिहार में किस जनजाति ने अपना राज्य स्थापित किया?
(A) खरवार
(B) भार
(C) चेरो
(D) उज्जैनिया
Q3. 12वीं शताब्दी में पश्चिम बिहार, चम्पारण और मुजफ्फरपुर में किस राज्य का उदय हुआ?
(A) खरवार
(B) भार
(C) चेरो
(D) उज्जैनिया
Q4. चेरो वंश के शासकों का संघर्ष किन मुस्लिम राजवंशों के साथ हआ?
I. तुगलक
॥. लोदी
III. नूहानी
IV. सूर
V. मुगल
(A) I, II, III एवं IV
(B) I, II, IV एवं V
(C) I, III, IV एवं V
(D) I, IV एवं V
Q5. दलपतशाही का संबंध किस राजवंश से था?
(A) उज्जैनिया
(B) चेरो
(C) खरवार
(D) भाट
Q6. चेरो शासकों को शाहाबाद क्षेत्र से विस्थापित किया?
(A) अफगानों ने
(B) मुगलों ने
(C) उज्जैनियों ने
(D) अंग्रेजों ने
Q7. शेरशाह को मुगलों के विरुद्ध संघर्ष में किस राजवंश के शासको ने सहायता की थी?
(A) चेरो शासकों से
(B) खरवार शासकों से
(C) भार शासकों से
(D) करारानी अफगानों से
Q8. निम्नलिखित में से बिहार पर राज करने वाला जनजातीय राजवंश था?
(A) चेरो वंश
(B) मित्र वंश
(C) पाल वंश
(D) कर्नाट वंश
Q9. किस चेरो शासक ने जगदीशपुर में मेले की शुरूआत की थी?
(A) बाघमल
(B) धुधीलिया
(C) फूलचन्द
(D) सीताराम
Q10. चेरो जनजाति की शक्ति का वास्तविक पतन किस वंश के शासकों द्वारा हुआ था?
(A) उज्जैनिया वंश
(B) पाल वंश
(C) कर्नाट वंश
(D) अफगान वंश
Q11. भोजपुर में उज्जैनिया राजवंश के संस्थापक था?
(A) बाघमल
(B) संग्राम देव
(C) संतन सिंह
(D) सोमराज
Q12. भोजपुर के उज्जैनिया शासकों की राजधानी थी?
(A) ढावा
(B) बिहटा
(C) बक्सर
(D) उपर्युक्त सभी
Q13. निम्नलिखित में से कौन भोजपुर के उज्जैनिया वंश का शासक नहीं था?
(A) संग्राम देव
(B) राजा राम शाही
(C) राजा नारायणमल
(D) बाघमल
Q14. चांद एवं मुण्ड जो चण्डेश्वरी एवं मुण्डेश्वरी नामक मंदिरों से जुड़े है। ये किस राजवंश से संबंधित है ?
(A) शाहबाद के चेर से
(B) भोजपुर क उज्जैनी से
(C) पाल से
(D) तिरहुत के कर्नाट से
चेरो क्षत्रिय नहीं है इन्हें क्षत्रिय कहना गलत है वर्ण व्यवस्था से अलग है जंगलों में जीवन बिताए पर किसी से हार नहीं माने इन्हें क्षत्रिय कहकर आदिवासी से बाहर करने का षड्यंत्र है वर्तमान में इनकी आर्थिक,समाजिक ,शैक्षणिक स्थिति दयनीए है देश आजादी के बाद इनके जीवन स्तर में कुछ सुधार की शुरुआत हुई है ।इसके लिए लम्बे समय की मांग है ।