अशोक का कालसी अभिलेख यमुना और टोंस नदी के संगम पर कालसी नामक एक छोटा सा क़स्बा है, जिसका प्राचीन नाम “खलतिका” था, और कही-कहीं इसका नाम “कालकूट” व “युगशैल” भी मिलता है। देहरादून में अमलावा नदी और यमुना नदी के संगम पर 257 ई.पू. में लिखित अशोक का कालसी अभिलेख स्थित है। अशोक…
Read Moreशब्द परिभाषा टीका पंवार (परमार) वंश में युवराज को टीका कहा जाता था। रजबार राजा को रजबार कहा जाता था। नरेश यह राज्य का सर्वोच्च अधिकारी होता था। मुखतार यह राज्य का सर्वोच मन्त्री होता था। थोकदार यह परगना का प्रशासक होता था। पट्टी यह परगना की सबसे छोटी इकाई…
Read Moreझिलमिल आरक्षिति किस जिले में स्थित है – हरिद्वार (Haridwar) झिलमिल ताल किस जिले में स्थित है – चम्पावत (Champawat) किसान चैनल की शुरूआत कब की गई थी – 21 जनवरी 2004 राज्य में क्रमशः सबसे कम व अधिक कृषि योग्य भूमि जिले में स्थित है – रुद्रप्रयाग (उधमसिंह नगर) श्यामशाह के…
Read Moreप्रसिद्ध पाश्चात्य विद्वान ग्रियर्सन के अनुसार किरात गढ़वाल एवं कुमाऊं के आदि निवासी थे। प्राचीन ग्रंथो में गंगा, माता दुर्गा एवं पार्वती को भी किराती नाम से संबोधित किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में गंगा को घाटियों के निवासी किरात वंशीय कहलाते थे। चौथी सदी ई.पू. में यूनानी राजदूत मेगस्थनीज…
Read Moreगढ़वाल शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग मोलाराम ने किया था। महाभारत एवं पुराणों में गढ़वाल क्षेत्र के लिए बद्रीकाश्रम, तपोभूमि स्वर्गभूमि एवं केदारखण्ड आदि नामों का प्रयोग किया गया है। व्यास जी द्वारा बद्रीकाश्रम में षष्टिलक्ष संहिता की रचना की गयी। षष्टिलक्ष संहिता ग्रंथों में देवप्रयाग को समस्त तीर्थों का शिरोमणि…
Read Moreकुर्मांचल एक संस्कृत शब्द है आगे चलकर इसे प्राकृत में कुंमु और हिंदी में कुमाऊं कहा जाने लगा। कुमाऊं का सर्वाधिक उल्लेख स्कन्द पुराण के मानसखण्ड में मिलता है। पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार चम्पावत में (चम्पावत नदी के पूर्व) स्थित कच्छप (कछुवे) के पीठ की आकृति वाले कांतेश्वर पर्वत, वर्तमान नाम कांडा…
Read Moreब्रिटिश शासनकाल में कुमाऊं क्षेत्र में कुल परगने व पट्टियों थी – 19 व 125 ब्रिटिश शासनकाल में गढ़वाल क्षेत्र में कुल परगने व पट्टियां थी – 11 व 86 उत्तराखंड में कुल विकासखण्डों (ब्लाकों) की संख्या कितनी है – 95 उत्तराखंड में सर्वाधिक विकासखण्डों वाला जिला कौन सा है…
Read Moreउत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में प्रथम महिला उत्तराखण्ड राज्य की प्रथम महिला राज्यपाल कौन है – मारग्रेट अल्वा उत्तराखण्ड राज्य की प्रथम महिला पुलिस महानिदेशक – कंचन चौधरी भट्टाचार्य उत्तराखण्ड राज्य की प्रथम महिला IAS – ज्योतिराव पाण्डेय उत्तराखण्ड राज्य की प्रथम महिला मेजर – माया टम्टा उत्तराखण्ड राज्य की महिला…
Read Moreउत्तराखंड राज्य के सबसे उत्तर में – उत्तरकाशी (Uttarkashi) उत्तराखंड राज्य के सबसे पश्चिम में – देहरादून (Dehradun) उत्तराखंड राज्य के सबसे पूरब में – पिथौरागढ़ (Pithoragarh) उत्तराखंड राज्य के सबसे दक्षिण में – उधमसिंह नगर (Udham Singh Nagar) उत्तराखंड का उत्तरी अक्षांश – 28°43′ से 31°27′ तक उत्तराखंड का…
Read Moreसमाचार पत्र वर्ष संपादक द हिल (अंग्रेजी भाषा) 1842 जोन मेकिनन समय विनोद (हिन्दी व उर्दु भाषा) 1868 जय दत्त जोशी अल्मोड़ा अखबार 1871 बुद्धि बल्लभ पंत कुर्मांचल 1893 गढ़वाल समाचार (हिन्दी भाषा) 1902 गिरिजा दत्त नैथानी गढ़वाल समाचार पत्र 1902 गिरिजा दत्त नैथानी विशाल कीर्ति 1913 सदानंद कुकरेती पुरुषार्थ…
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