जैविक घटक (Biotic Component)
जैविक घटकों को मुख्यत: तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है|
- उत्पादक (Producer)
- उपभोक्ता (Consumer)
- अपघटक (Decomposer)
उत्पादक या स्वपोषी घटक (Producer or Autotrophs)
इसके अंतर्गत हरे पेड़ पौधें, कुछ जीवाणु व शैवाल (alage) आते है, जो सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में सरल अजैविक तत्वों से अपना भोजन बनाते है, ऐसे जीव उत्पादक या स्वपोषी घटक कहलाते है| स्थलीय पारितंत्र में में पेड़ – पौधें तथा जलीय पारितंत्र में पादपप्लवक (Phytoplankton) नामक पौधें प्रमुख उत्पादक होते है|
उपभोक्ता (Consumer)
- प्राथमिक उपभोक्ता : वे जीव जो अपने भोजन के लिए पौधों पर निर्भर रहते है, उन्हें प्राथमिक उपभोक्ता कहते है| जैसे – गाय, बकरी, खरगोश, हाथी, हिरण आदि |
- द्वितीयक उपभोक्ता : वे जीव जो अपने पोषण (भोजन) के लिए प्राथमिक उपभोक्ता (शाकभक्षी) पर निर्भर रहते है | जैसे – सांप , भेड़िया आदि |
- तृतीयक उपभोक्ता : वे जीव जो अपने पोषण के लिए प्राथमिक व द्वितीयक उपभोक्ताओं पर निर्भर रहते है | जैसे – बांज, शेर, बाघ आदि |
अपघटक या मृतजीवी (Decomposer or Saprophyte)
इसके अंतर्गत मुख्यत: बैक्टीरिया व कवक आते है, जो अपने भोजन के लिए मृत व कार्बनिक पदार्थों पर निर्भर रहते है|
अजैविक घटक (Abiotic Component)
अजैविक घटक ये ऐसे घटक हैं जिनमें जीवन नहीं होता है किंतु यह जैविक घटकों के विकास के लिए आवश्यक होते है, इसके अंतर्गत निम्नलिखित कारक होते है —
- भौतिक कारक (Physical factor)
- अकार्बनिक कारक (Inorganic factors)
- कार्बनिक कारक (Organic factor)
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