मत्स्य पालन (Fisheries)

मत्स्य पालन (Fisheries) के विकास हेतु भारत सरकार द्वारा सातवीं पंचवर्षीय योजना (1985-1990) में नीली क्रांति (Blue Revolution) की शुरुआत की गयी। इसके लिए फिश फार्मर्स डेवलपमेंट एजेंसी (Fish Farmers Development Agency – FFDA) की स्थापना की गयी।
जल की प्रकृति के आधार पर मत्स्य पालन को दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है –

  1. खारे जल की मछलियाँ (Saltwater fishes)
  2. ताजे जल की मछलियाँ (Freshwater fish)

खारे जल की मछलियाँ (Saltwater fishes)

  1. उत्तरी-पश्चिमी प्रशांत महासागरीय क्षेत्र
  2. प्रशांत महासागर का उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (अलास्का तट से कैलिफ़ोर्निया तट के मध्य का भाग)
  3. अटलांटिक महासागर का उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र (ग्रैंड बैंक तथा जॉर्ज बैंक यहाँ प्रमुख मछली उत्पादक क्षेत्र है)
  4. अटलांटिक महासागर का उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (उत्तरी सागर का डागर बैंक यहाँ प्रमुख मछली उत्पादक क्षेत्र है।)

सामन, ट्यूना, पिलकार्ड, मैक्रेल, सारडाइन और हेरिंग समुद्री सतह के समीप पाई जाने वाली प्रमुख मछलियां है। समुद्री सतह के समीप रहने वाली मछलियों को वेलापवर्ती मछलियां (Pelagic fish) कहा जाता है।
भारत सरकार द्वारा कृषकों की आय को दोगुना करने के लिए 2022 का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए एक्वाकल्चर तथा समुद्री फिशरीज पर विशेष जोर दिया गया है।
वर्ष 1977 में संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुषांगिक ईकाई द्वारा भारत को 20.2 लाख वर्ग किमी. का क्षेत्र भारत को प्रदान किया गया है, जिसे एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन (EEZ) कहा जाता है।

ताजे जल की मछलियाँ (Freshwater fish)

नदियों, तालाबों व झीलों में पाई जाने वाली मछलियों को ताजे पानी की मछलियाँ (freshwater fishes) कहा जाता है। जैसे –  रोहू, कतला, मांगुर, सिंधी, बैदाल, महेसर, पुलसा मछली, कजुली आदि।

मत्स्य पालन के क्षेत्र में कार्य करने वाले प्रमुख संस्थान निम्नलिखित है –

  1. Central Institute of Fisheries Nautical & Engineering Training (CIFNET), कोचीन (केरल)
  2. National Institute of Fisheries Post Harvest Technology and Training (NIFPHATT), कोचीन (केरल)
  3. Fishery Survey of India (FSI), मुंबई
  4. Central Inland Fisheries Research Institute (CIFRI), बैरकपुर (कोलकाता)
  5. Central Institute of Brackishwater Aquaculture (CIBA) चेन्नई
  6. Central Institute of Freshwater Aquaculture (CIFA) भुवनेश्वर

मछलियों से सम्बन्धित अन्य प्रमुख तथ्य 

  • रोहू मछली भारत में उत्पादित होने वाली सबसे स्वादिष्ट मछली है।
  • भारत में कतला मछली का सर्वाधिक मात्रा में उत्पादन किया जाता है।
  • मृगला मछली नदी के बहते जल में अंडा देने वाली मछली है।
  • लांची, एक शल्क विहीन मछली है।
  • भारत विश्व में झींगा मछली का सबसे बड़ा उत्पादक व निर्यातक देश है।
  • 10 जुलाई 2006 को हैदराबाद में राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (National Fisheries Development Board) की स्थापना की गयी थी।
  • वैज्ञानिक विधि से मत्स्य पालन करने पर 4000 kg/hectare तक मछली प्राप्त की जा सकती है।

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