हृदय (Heart)

हृदय (Heart) को रक्त परिसंचरण तन्त्र (Blood circulation system) का मुख्य अंग माना जाता है। व्यस्क पुरुषों में हृदय (Heart) का वजन लगनग 250 से 390 ग्राम तथा व्यस्क स्त्रियों में 200 से 275 ग्राम के बीच होता है।

मानव हृदय की संरचना (Structure of Human Heart)

हृदय की भित्ति तीन परतों से मिल कर बनी होती है :

  1. पेरिकार्डियम (Pericardium)
  2. मायोकार्डियम (Myocardium)
  3. एंडोकॉर्डियम (Endocardium)

हृदय आधार से शिखर तक एक पेशीय पट (septum) द्वारा दो भागों में बंटा रहता है

  • दाएं (Right)
  • बाएं (Left)

इनका आपस में कोई संबंध नहीं होता है। हृदय का पूरा दायाँ भाग अशुद्ध रक्त (Unclean blood) के आदान-प्रदान से और बायाँ भाग शुद्ध रक्त (Pure blood) के आदान-प्रदान से सम्बन्ध रखता है। हृदय का पूरा भीतरी भाग चार कक्षों (4 chambers) में विभाजित रहता है। इसका दाईं ओर का ऊपरी कक्ष दायाँ अलिन्द (Right atrium) और निचली कक्ष दायाँ निलय (Right ventricle) कहलाता है। इसी प्रकार बाई ओर का ऊपरी कक्ष बायाँ अलिन्द (left atrium) और नीचे वाला कक्ष बायाँ निलय (left ventricle) कहलाता है।

दायाँ अलिन्द (Right atrium) –  पूरे शरीर में घूमकर लौटा हुआ अशुद्ध रक्त (ऑक्सीजन रहित) वापस आकर दाएं अलिन्द में ही जमा होता है। दाएं अलिन्द का कार्य सिर्फ रक्त को लेना है। रक्त को पम्प करने का कार्य इसे बहुत कम करना पड़ता है, इसलिए इसमें संकुचन अपेक्षा से थोड़ा कम होता है जिसके कारण इसकी भित्तियां पतली और कमजोर होती हैं।
दायाँ निलय (Right ventricle) –  दाएं अलिन्द से निकला अशुद्ध रका दाएं एट्रियोवेन्द्रिकुलर छिद्र से होकर दाएं निलय में आकर गिरता है। दाएं निलय में एक छिद्र होता है, जिसे फुफ्फुसीय छिद्र (pulmonary orifice) कहते हैं। इससे होकर फुफ्फुसीय धमनी (pulmonary artery) निकलती है। फुफ्फुसीय धमनी को छोड़कर सभी धमनियों में शुद्ध रक्त बहता है।
बायाँ अलिन्द (Left atrium) –  हृदय के बाएं भाग के ऊपरी कक्ष को बायाँ अलिन्द (Atrium) कहते हैं। यह दाएं अलिन्द से थोड़ा छोटा होता है। ऑक्सीजन युका शुद्ध र बाएं अलिन्द में ही आता है।
बायाँ निलय (Left ventricle) –  हृदय के बाएं भाग का निचला कक्ष बायाँ निलय (Ventricle) सबसे बड़ा कक्ष होता है। इसमें एक छिद्र होता है जिसे महाधमनी छिद्र (aortic corifice) कहते हैं। इस छिद्र से निकली महाधमनी शरीर के अलग-अलग भागों तक रक्त को पहुंचाती है।

हृदय के कपाट (Valves of the Heart)

हृदय में रक्त प्रवाह गलत दिशा में होने से रोकने के लिए कपाट (valves) होते हैं –

  1. त्रिकपर्दी कपाट (Tricuspid valve)
  2. हिकपदी कपाट (Mitral valve)
  3. फुफ्फुसीय कपाट (Pulmonary valve)
  4. महाधमनी कपाट (Aortic valve)

हृदय स्पंदन (Heart beat)

स्वस्थ मनुष्य का हृदय एक मिनट में 72 से 75 बार स्पंदन (धड़कता) करता है। स्पंदन की यह गति कम या अधिक हो सकती है। हर स्पंदन में पहले दोनों अलिन्दों (Atrium) का संकुचन और फिर निलय (Ventricle) का संकुचन (Contraction) होता है। दोबारा दोनों का एक साथ शिथिलन (Relaxation) होता है। बच्चों में हृदय स्पंदन (Heart beat) की गति अधिक तेजी से होती है। आयु के बढ़ने के साथ हृदय स्पंदन की गति घटती जाती है।
हृदय चक्र (Cardiac cycle)
इसमें निम्न चार घटनाएं होती हैं

  1. अलिन्द प्रकुंचन (Atrial systole)
  2. निलय प्रकुंचन (Ventricular systole)
  3. अलिन्द अनुशिथिलन (Atrial diastole)
  4. निलय अनुशिथिलन (Ventricular diastole)

रक्त चाप (Blood pressure)


हृदय के संकुचन से धमनियों की दीवारों पर पड़ने वाला दाब रूधिर दाब या रक्त चाप (Blood pressure) कहलाता है। इस दाब को संकुचन दाब (Systolic pressure – High BP) भी कहते हैं जो निलयों के संकुचन के फलस्वरूप उत्पन्न होता है। इसके ठीक विपरीत अनुशिथिलन दाब (Diastolic pressure -Low BP) होता है जो निलय के अनुशिथिलन के फलस्वरूप उत्पन्न होता है, जब रूधिर अलिंद से निलय में प्रवेश कर रहा होता है। एक स्वस्थ मनुष्य में रक्तचाप 120 (Systolic)/80 (Diastolic) होता है।

धमनी और शिरा में अंतर (Difference between Artery and Vein)

धमनी (Arteries) शिरा (Veins)
1. ये रुधिर को हृदय से अंगों की ओर ले जाती है। 1. ये रुधिक को अंगों से हृदय में लाती है।
2. यह लाल रंग की होती है। 2. यह गहरे लाल या नीले बैंगनी रंग की होती है।
3. इसमें कपाट नहीं पाये जाते हैं। 3. इसमें कपाट पाये जाते हैं।
4. यह शरीर में गहराई में स्थित होती है। 4. यह शरीर की ऊपरी सतह में स्थित होती है।
5. इसकी दीवारें मोटी तथा पेशीय होती है। 5. इसकी दीवारें पतली तथा लचीली होती हैं।
6. इसकी आंतरिक गुहा संकरी होती है। 6. इसकी आंतरिक गुहा अपेक्षाकृत काफी चौड़ी होती है।
7. यह खाली होने पर पिचकती नहीं हैं। 7. यह खाली होनो पर पिचक जाती है।
8. पलमोनरी धमनी (पल्मोनरी धमनी (Pulmonary Artery) को छोड़कर सनी धमनियों में ऑक्सीजन युक्त रुधिर बहता है। 8. पल्मोनरी शिरा (Pulmonary Vein) को छोड़कर सभी शिराओं में कार्बन डाईऑक्साइड युक्त रुधिर बहता है।

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