हॉर्मोन्स और इसके प्रभाव (Hormones & its effects)

हार्मोन/ग्रन्थिरस एक जटिल कार्बनिक पदार्थ हैं, जो जीवित जीवों में होने वाले विभिन्न जैव रासायनिक कार्यों, वृद्धि और विकास, प्रजनन आदि को नियमन और नियंत्रण करते है। हार्मोन कोशिकाओं (cells) और ग्रंथियों (glands) से स्रावित होते हैं।

ग्रंथि हार्मोन हार्मोन के प्रभाव
अधिवृक्क ग्रंथियां एड्रीनलीन
एल्डोस्टीरेन
रक्त दाब
सोडियम व क्लोराइड की मात्रा का नियमन करके रक्तदाब व परासरणी दाब पर नियंत्रण
पीयूष ग्रंथि (A) न्यूरोहाइपो फाइसिस
वेसा–प्रेसिन (ADH)
वृक्कनलिकाओं में जल के पुनरावशोषण को बढ़ाना।
ऑक्सीटोसीन रक्त दाब बढ़ाना, गर्भाशय की दीवार को सिकोड़कर प्रसव पीड़ा का प्रेति करना,
(B) एडीनोहाइपो फाइसिस-
सोमेटा-ट्रॉफिक (STH) या वृद्धि हॉर्मोन (GH)
शिशु जन्म के बाद गर्भाशय को सामान्य अवस्था में लाना।
प्रोलैक्टिन शरीर कोशाओं में डीएनए व आरएनए एवं प्रोटीन्स के एमीनों अम्लों से ग्लूकोज के संश्लेषण की प्रेरणा
पुटिका प्रेरक हॉर्मोन गर्भकाल में स्तन की वृद्धि एवं दूध स्रवण का प्रेरक
ल्युटिनाइजिंग हॉर्मोन्स जनदों के विकास एवं युग्मक जनन का प्रेरक
एड्रोनोकॉर्टिकोट्रापिक हॉर्मोन अंडोत्सर्ग का प्रेरक
थाइरो ट्रॉपिक हार्मोन एड्रीनल कार्टेक्स का प्रेरक
मिलेनोसाइट प्रेरक हॉर्मोन थाइरॉइड ग्रंथि का प्रेरक, त्वचा के कांस्य वर्ण का प्रेरक.
थायराइड ग्रंथि थाइरॉक्सिन आक्सीजन उपापचय की दर में वृद्धि
पैराथायराइड ग्रंथि पैराथार्मोन पेशी संकुचन, प्रेरणा संवाहरण, रक्त स्कंदन, अरिथ निर्माण आदि
प्रजनन ग्रंथियां एन्ड्रोजेन्स एवं एस्ट्रोजेन्स पेशियों एवं जननांगों के विकास के प्रेरक
थाइमस ग्रथि थाइमोसीन लिम्फोसाइटस के संश्लेषण का प्रेरण।
पीनियल काय मिलैटोनिन् निम्न कशेरूकियों में त्वचा के रंग को हल्का करना
वृक्क रेनिन
रीनामेड्यूसरी
हार्मोन्स के स्रावण को प्रेरित करना।
प्रोएटाग्लडिन्स आरेखित पेशियों एवं रुधिर वाहिनियों का शिथिलन
एरिथ्रोजेनिन अस्थिमज्जा में लाल रुधिराणुओं के निर्माण का प्रेरक
अग्नाशय इंसुलिन शरीर कोशिकाओं में ग्लूकोज की खपत बढ़ाकर प्रोटीन संश्लेषण का तथा यकृत में ग्लाइकोजेनेसिस का प्रेरक
त्वचा केल्सीफेरॉल अस्थि निर्माण के प्रेरक
जनद प्रोजेस्ट्रान नर सहायक जननांगों के तथा अतिरिक्त लैंगिक लक्षणे के विकास के प्रेरक
एस्ट्रोजेन्स मादा सहायक जननांगों तथा अतिरिक्त लैंगिक लक्षणों के विकास के प्रेरक
एन्ड्रोजन्स गर्भधारण के लिये आवश्यक दशाओं के विकास का प्रेरक
रिलैक्सिन शिशु जन्म को सुगम बनाने हेतु प्यूबिकसिम्फाइसिस को फैलाना
कोरिओनल कार्पस ल्यूटियम को सक्रिय बनाये रखना
गोनैडोट्रॉफिन लैक्टोजन दुग्ध-ग्रंथियों के विकास का प्रेरक

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