जे. जे. थॉमसन के परमाणु मॉडल (J. J. Thomson’s atomic model) के अनुसार परमाणु (atom) एक धनावेशित गोला होता है, जिसका निर्माण प्रोटॉनों (protons) से मिलकर होता है, और ऋणावेश युक्त इलेक्ट्रान (electrons) इस धनात्मक गोले (positive sphere) में बिना किसी विशिष्ट विन्यास (specific configurations) के बिखरे होते हैं।
Note – थॉमसन का परमाणु मॉडल (Thomson’s atomic model), परमाणु के उदासीन व्यवहार को व्यक्त करने में सक्षम था।
थॉमसन के परमाणु मॉडल (Thomson’s atomic model) की संरचना तरबूज के सामान दिखाई देती है, जिसमें प्रोटॉन (proton) की तरबूज के लाल खाने योग्य भाग से तथा इलेक्ट्रॉन की तुलना तजबूज (watermelon) के बीजों से की जा सकती है। इसे प्लम पुडिंग (plum pudding) मॉडल के नाम से भी जाना जाता है।
थॉमसन के परमाणु मॉडल के मुख्य बिंदु
1. थॉमसन के परमाणु मॉडल (Thomson’s atomic model) के अनुसार परमाणु एक धनावेशित गोला होता है जिसमें इलेक्ट्रान (electrons) विद्यमान रहते है।
2. परमाणु (atom) में धनावेश युक्त प्रोटोन (protons) और ऋणावेश युक्त इलेक्ट्रॉनों का मान समान होता है, इसलिए परमाणु (atom) उदासीन होता है।
थॉमसन के परमाणु मॉडल की सीमाएँ (limitations of Thomson’s atomic model)
1. थॉमसन के परमाणु मॉडल (Thomson’s atomic model) के द्वारा रदरफोर्ड के α (Alpha) प्रकीर्णन प्रयोग तथा हाइड्रोजन के स्पेक्ट्रम (hydrogen spectrum) की व्याख्या नहीं की जा सकती है।
2. इस परमाणु मॉडल के आधार पर यह व्याख्यित नहीं किया जा सकता कि धनात्मक आवेश (प्रोटॉन) व ऋणात्मक आवेश (इलेक्ट्रॉन) किस प्रकार जुड़े हुए है।
3. थॉमसन का परमाणु मॉडल, परमाणु के स्थायित्व की व्याख्या करने में असफल रहा।
4. थॉमसन ने अपने परमाणु मॉडल, में नाभिक (nucleus) का कोई उल्लेख नहीं किया है।
J j Thomson ka atomic model
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