कपड़ा मंत्रालय द्वारा 14 से 23 फरवरी, 2020 तक देश के विभिन्न हिस्सों में कला कुंभ – हस्तशिल्प प्रदर्शनी (Kala Kumbh – Handicraft Exhibition) का आयोजन किया जा रहा है।
प्रमुख बिंदु
इसका उद्देश्य भौगोलिक संकेत (GI – Geographical Indication) शिल्प और भारत की विरासत को बढ़ावा देना है।
जीआई टैग (GI tags) का उपयोग हस्तशिल्प उत्पादों पर किया जाता है, जो एक विशिष्ट भौगोलिक स्थिति या उत्पत्ति (जैसे, शहर, क्षेत्र या देश) के अनुरूप होता है। अगस्त 2019 तक, 178 हस्तशिल्प उत्पादों को जीआई टैग (GI tags) के अंतर्गत पूरे भारत से पंजीकृत किया गया था। इनमें ओडिशा रसगोला, कोंडापल्ली बोम्मल्लू (आंध्र प्रदेश) आदि शामिल हैं।
इस हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन कपड़ा मंत्रालय के तहत विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) कार्यालय के माध्यम से किया जा रहा है।
यह हस्तशिल्प मेला Export Promotion Council for Handicrafts (EPCH) द्वारा प्रयोजित (sponsored) किया जाता है।
EPCH को कंपनी अधिनियम के तहत वर्ष 1986-87 में स्थापित किया गया था और यह एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसका प्रमुख कार्य हस्तशिल्प उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने, समर्थन, संरक्षण, रखरखाव करना है।
To promote the traditional lndian pottery and artisans aur rich culture of Indian heritage.