- उत्तराखंड में वर्ष 1967 ई. में पर्वतीय राज्य परिषद का गठन किया गया।
- कुणाल जातक द्वारा लिखित ग्रंथ में महात्मा गौतम बुद्ध के उषीर गिरी आने का उल्लेख मिलता है।
- मलारी ग्राम में महापाषाणकालीन शवधानों की खोज शिव प्रसाद डबराल द्वारा की गयी, यहाँ से 5.2 किग्रा का मुकुट मिला है।
- पंवार शब्द किस शासक द्वारा दिया गया था – सुदर्शन शाह
- जाख मेला (रुद्रप्रयाग) में जलते हुए अंगारो पर नृत्य इस मेले की प्रमुख विशेषता है।
- खड़दिया उत्तराखंड में संतान प्राप्ति के लिए पूजा अर्चना की एक रस्म है।
- मंजघोशेश्वर महादेव मंदिर, पौड़ी में स्थित है, जिसमें काण्डा मेले का आयोजन किया जाता है।
- चाली और भौर का संबंध मण्डान नृत्य (केदार नृत्य) से है।
- गढ़वाल क्षेत्र में बीमारी से बचने के लिए सारा पर्व मनाया जाता था।
- रुपमोहन सकलानी द्वारा गढ़वीर महाकाव्य की रचना की गयी थी।
- उत्तराखण्ड के चमोली में मण्डुआ अनुसंधान केन्द्र स्थित है।
- वर्ष 2004 में विश्व प्राकृतिक धरोहर केन्द्र की स्थापना देहरादून में की गयी थी।
- मौलाराम द्वारा चन्द्रमुखी का चित्रण की रचना की गयी थी।
- गौरी भांड वाला नगर कौन सा है – हरिद्वार
- हिमालय महोत्सव (नोठा कौथिग) उत्तराखंड के चमोली जिले में मनाया जाता है।
- बुड़िया नृत्य, जौनसारी जनजाति से संबंधित है।
- वर्ष 1968 में मोहन उप्रेती द्वारा दिल्ली में पर्वतीय कला केन्द्र की स्थापना की गयी थी।
- मानवेन्द्र शाह (8 बार) उत्तराखण्ड से सर्वाधिक बार लोकसभा सदस्य के रूप में चुने जाने वाले सांसद है।
- तीलू रौतेली की वीरोखाल के अलावा किस गांव में मूर्ति है – कांडा मल्लागांव
उत्तराखंड के पद्मभूषण प्राप्त कर्ता है
- चण्डी प्रसाद भट्ट,
- कमलेन्दुमति शाह,
- सत्य मित्रानन्द
उत्तराखंड के प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्तकर्ता है – सुमित्रानन्दन पंत
उत्तराखंड के प्रथम रैमन मैग्सेस पुरस्कार प्राप्तकर्ता है – चण्डी प्रसाद भट्ट (1982 – पर्यावरण के लिए)
गढ़वाल क्षेत्र से उत्तराखंड विधानसभा में नियुक्त होने वाले प्रथम विधायक कुशलानन्द गैरोला थे।
उत्तराखंड में सर्वाधिक लंबे समय तक विधायक रहने वाले व्यक्ति थे – बलदेव सिंह आर्य
पित्र शरण रतूड़ी उत्तराखण्ड के वह प्रथम व्यक्ति है, जो आजाद हिन्द फौज में कर्नल थे।
कुणाल जातक के कौन से ग्रंथ मैं बुद्ध के उषीर गिरी आने का ?