नींबू वर्ग के फल
- कुल – रूटेसी
- उत्पति – दक्षिण एशिया
नींबू वर्ग के सभी फल समशीतोषण जलवायु के पौधे है। इस प्रजाति के पौधों में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। नींबू वर्ग के अंतर्गत निम्नलिखित फल आते है –
- संतरा (Orange)
- मोसम्बी (Mosambi)
- मीठा नींबू (sweet lime)
- नारंगी (Orange)
- लेमन (Lemon)
- चकोतरा (Pummelo)
- तुरंज (Citron)
पपीता (Papaya)
- वानस्पतिक नाम – केरिका पपाया (Carica papaya)
- कुल – केरिकेसी
- मूल स्थान – उत्तरी अमेरिका (मेक्सिको और Coasta Rica)
प्रमुख बिंदु
इस फल में विटामिन A प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
पूसा डेलिसियस (Pusa Delicius), पूसा मजेस्टी (Pusa Majesty), पूसा ड्वार्फ (Pusa Dwarf), पूसा जायंट (Pusa Giant), पूसा नन्हा (Pusa Teeny) आदि पपीते की प्रमुख प्रजातियाँ है।
पपीते के फल के सुखाये हुए दूध को पपेन (Papen) कहा जाता है।
पपीते (Papayas) के फल की सफल खेती के लिए खेतों में 10 % नर पौधों का होना आवश्यक है।
अमरुद (Guava)
- वानस्पतिक नाम – सिडियम गुवाजावा (Psidium)
- कुल – Myrtaceae
- मूल स्थान – उत्तरी अमेरिका
16 वीं शताब्दी में स्पेन के निवासियों द्वारा अमरुद को भारत लाया गया।
प्रमुख बिंदु
- अमरुद में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
- इस फल की उपयोगिता व पौष्टिकता के कारण इसे गरीबों का सेब भी कहा जाता है।
- इलाहाबादी सफेदा, लखनऊ-49 (सरदार अमरूद), चित्तीदार, एप्पल-कलर, अर्का-मृदुला, ललित आदि अमरुद की प्रमुख प्रजातियाँ है।
- सहारनपुर, नागपुर और Behat Coconut अमरुद की बीजविहीन (Seedless) प्रजातियाँ है।
- ललित – यह अमरुद की सबसे नवीनतम प्रजाति है।
सेब (Apple)
- वानस्पतिक नाम – मैलस प्युमिला (Malus Pumila)
- कुल – रोजेसी
- मूल स्थान – दक्षिण पश्चिम एशिया
प्रमुख बिंदु
- यह एक शीतोष्ण जलवायु का पौधा है, जिसकी खेती मुख्यत: भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में की जाती है।
- हिमांचल प्रदेश को भारत का सेब का कटोरा (Apple bowl of India) कहा जाता है।
- सेब को झूठा फल (fals fruit) के नाम से भी जाना जाता है।
- रेड डिलिशियस, बिनोनी, अम्बरी (कश्मीरी), गोल्डन डिलिशियस, सुनहरी सेब आदि सेब की प्रमुख प्रजातियाँ है।
- सेब के पौधे फसल रोपण के 5 से 6 वर्ष बाद फल देना प्रारंभ करते है।
- स्कैब (Scab), सेब की फसल में लगने वाला एक प्रमुख कवक जनित रोग है।
- सेनजोस स्केल (Cenzos Scale) व वूली (Wooly सेब की फसल को नुकसान पहुंचाने वाले प्रमुख कीट है।
अंगूर (Grape)
- वानस्पतिक नाम – वाइटिस वाइनिफेरा (Vitis vinifera)
- कुल – वाइटेसी (Vitaceae)
प्रमुख बिंदु
- यह एक प्रमुख फल है, जिसका उपयोग किशमिश व शराब बनाने में किया जाता है।
- अंगूर के उत्पादन के 82% का उपयोग शराब (alcohol) बनाने में किया जाता है।
- अंगूर में विटामिन C तथा ग्लूकोज़ (glucose) प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
किसमिश बनाने के लिए प्रयोग में लायी जाने वाली अंगूर की किस्में – थाम्पसन, पूसा सीडलैस, सीडलैस, किसमिश, मस्कट आदि।
शराब बनाने के लिए प्रयोग में लायी जाने वाली अंगूर की किस्में – ब्यूटी सीडलैस, ब्लैक चम्पा आदि।
- अंगूर की बेंगलुरु ब्लू (Bangalore Blue) प्रजाति वर्ष में दो बार फल देती है।