गयासुद्दीन तुगलक शाह II – Gaiusuddin Tughlaq Shah II (1388 ई.)
फ़िरोज़ शाह तुगलक की मृत्यु के बाद दिल्ली सल्तनत में का पौत्र तुगलक शाह , गियासुद्दीन तुगलक शाह – II की उपाधि धारण कर शासक बना किंतु 5 माह के अल्प शासनकाल के बाद उसकी हत्या कर दी गयी |
अबू बक्र – (1389-90 ई.)
गयासुद्दीन तुगलक शाह II की हत्या की हत्या के बाद फ़रवरी 1389 ई. में जफ़र खां का पुत्र अबू बक्र शासक बना किंतु कुछ समय बाद ही इसे अपदस्थ कर मुहम्मद शाह गद्दी पर बैठा|
नासिरुद्दीन मोहम्मद शाह – Nasiruddin Mohammad Shah (1390-94 ई.)
नासिरुद्दीन मोहम्मद शाह दिल्ली के कोतवाल, मुलतान, समाना, लाहौर के अक्त्तादारों के सहयोग से 1390 ई. में अबू बक्र को अपदस्थ कर स्वयं शासक बन गया| नासिरुद्दीन मुहम्मद शाह ने 1390 से 1394 ई. तक शासन किया|
अलाउद्दीन सिकंदर शाह (1394-95 ई.)
नासिरुद्दीन मुहम्मद शाह की मृत्यु के बाद उसका पुत्र हुंमायू, अलाउद्दीन सिकंदर शाह की उपाधि धारण कर गद्दी पर बैठा, किंतु मात्र 3 माह तक के शासन के बाद ही उसकी मृत्यु हो गई
नासिरुद्दीन महमूद शाह – Nasiruddin Mahmud Shah (1395-1412 ई.)
मार्च 1394 ई. में नासिरुद्दीन महमूद दिल्ली सल्तनत का शासक बना| उसकी दुर्दशा को देखकर व्यंग्य से कहा जाता था कि – ” सुल्तान का राज्य दिल्ली से पालम तक फैला हुआ था”| इस समय नासिरुद्दीन महमूद दिल्ली का शासक था और नुसरत शाह फिरोजाबाद का शासक था| 17 दिसम्बर, 1398 ई. को तैमूर ने दिल्ली पर आक्रमण किया तथा सुल्तान स्वयं गुजरात भाग गया, पुनः वजीर मल्लू खां की सहायता से नासिरुद्दीन महमूद गद्दी बैठा, सन 1412 ई. में महमूद शाह की मृत्यु के साथ ही, तुगलक वंश का अंत हो गया|