मध्य प्रदेश में मानसूनी प्रकार की जलवायु होने के कारण मध्य प्रदेश में अधिकांशतः मानसूनी प्रकार के वन पाए जाते हैं, किंतु मृदा, जलवायु, वर्षा एवं तापमान में विविधता के कारण यहाँ के वनों में भी विभिन्नता पाई जाती है।
वनों का भौगोलिक वर्गीकरण
मध्य प्रदेश में वनों को मुख्यतः निम्नलिखित वर्गों में विभाजित किया जा सकता है –
उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती वन
- ये भारत में सबसे बड़े क्षेत्र में विस्तृत वन हैं। इन्हें मानसूनी वन भी कहते हैं और ये उन क्षेत्रों में विस्तृत हैं जहाँ 50-100 Cm तक वर्षा होती है।
- उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती वनों में बेहतर इमारती लकड़ियाँ पाई जाती हैं।
- यह वन मध्य प्रदेश के जबलपुर, सागर, छतरपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, पन्ना, सिवनी एवं होशंगाबाद जिलों में पाए जाते हैं।
- इन वनों में पाए जाने वाले प्रमुख वृक्ष अंतर्गत सागौन, साल, शीशम, चंदन, नीम, पीपल आदि हैं।
उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन
- इस प्रकार के वन 100 से 150 सेमी. वर्षा वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इस प्रकार के वनों में वृक्ष शुष्क ग्रीष्म ऋतु में छः से आठ सप्ताह के लिए अपनी पत्तियाँ गिरा देते हैं।
- उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वनों का विस्तार मध्य प्रदेश राज्य के बालाघाट, दक्षिणी छिंदवाड़ा, जबलपुर, सिवनी, शहडोल और मंडला जिलो में विस्तृत है।
- साल (सखुआ) उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वनों का महत्त्वपूर्ण वृक्ष है, किंतु काली मृदा वाले भागों में सागौन भी पाया जाता है।
- इन वनों में पाए जाने वाले प्रमुख वृक्ष बाँस, महुआ, जामुन, हर्रा, सेजा आदि हैं।
उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन
- वह वन जहाँ 25 से 75 सेमी. के मध्य वर्षा होती है, उन्हें उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन के नाम से जाना जाता हैं।
- उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वनों का विस्तार मध्य प्रदेश राज्य के जबलपुर और शहडोल वनवृत्तों के उत्तरी भागों और संपूर्ण उत्तरी और पश्चिमी बैतूल, मंदसौर, खंडवा, टीकमगढ़, होशंगाबाद, ग्वालियर, दतिया, श्योपुर, शिवपरी एवं रतलाम, वनवृत्तों में है।
- उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वनों के अंतर्गत आने वाले प्रमुख वृक्ष बबूल, तेंदू, हर्रा, पलाश आदि है।
कँटीले वन
- जिन क्षेत्रों में 70 Cm से कम वर्षा होती है वहाँ प्राकृतिक वनस्पति में कटीले वन तथा झाड़ियाँ पाई जाती हैं। इस प्रकार की वनस्पति मध्य प्रदेश के उत्तरी-पश्चिमी भागों में पाई जाती है, इस प्रकार के वन मुख्यत: चंबल की घाटी में विस्तृत हैं।
उपोष्ण पर्णपाती वन
- इस प्रकार के वनों का विस्तार मध्य प्रदेश में विंध्य एवं सतपुड़ा पर्वत की ऊँची चोटियों पर तथा पंचमढ़ी के आस-पास के क्षेत्रों में है।