प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर महापुरुषों के समाधि स्थल से प्रश्न आते रहते है कि, किस महापुरुष की समाधि स्थल का क्या नाम है, तथा कहा स्थत हैं। हमने इसे संक्षिप्त में समझाने का प्रयास किया है। यदि कोई महत्वपूर्ण जानकारी छुट गयी हो तो कृपया कर के हमे comment करे।
1. राजघाट – महात्मा गांधी:
राजघाट, दिल्ली में यमुना नदी के किनारे स्थित है, राजघाट में महात्मा गांधी की समाधि है। गांधी की हत्या 30 जनवरी 1948 की शाम को नई दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में गोली मारकर की गयी थी।
2. विजय घाट – लाल बहादुर शास्त्री:
विजय घाट में भारत के पूर्व प्रधान मंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की समाधि है। दिल्ली के रिंग मार्ग पर पड़ने वाला एक चौराहा है। 11 जनवरी 1966 को लाल बहादुर शास्त्री की तत्कालीन सोवियत संघ के ताशकंद में रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वह पाकिस्तान के साथ संधि करने वहां गए थे।
3. किसान घाट – चौधरी चरण सिंह:
चौधरी चरण सिंह भारत के पांचवें प्रधानमंत्री थे। उन्होंने 28 जुलाई, 1979 से 14 जनवरी, 1980 तक इस पद पर रहे। चरण सिंह किसानों के नेता माने जाते रहे हैं। 1987 में चौधरी चरण सिंह ने अंतिम सांस ली ओर दुनिया को अलविदा कह दिया। चौधर साब के अनुयायी दिल्ली में चौधरी साहब की समाधि की मांग कर रहे थे। लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ने यह मांग ठुकरा दी कहा जमीन कम है दिल्ली में चौधरी चरण सिंह जी की समाधि नहीं बन सकती। इस बात से गुस्से में आये बाबा टिकैत ने लाखों किसानों को लेकर दिल्ली कूच करदिया, और साथ ही धमकी दे दी कि या तो 48 घंटो में समाधि के लिए जमीन देदो वरना दिल्ली में स्तिथ अन्य समाधि जैसे महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, जवाहर लाल नेहरू की समाधियों को खोद डालेंगे । बाबा टिकैत के पीछे लाखों किसान खड़े थे, किसी भी अनहोनी के डर से राजीव गाँधी ने 48 घंटो में राज घाट के बराबर में किसान घाट के लिए जमीन दे दी।
4. वीर भूमि – राजीव गांधी:
1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके पुत्र राजीव गांधी भारी बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने थे। उसके बाद 1989 के आम चुनावों में कांग्रेस की हार हुई। 1991 के आम चुनाव में प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक भयंकर बम विस्फोट में राजीव गांधी की मौत हो गई थी। वीरभूमि श्री राजीव गाँधी की समाधि स्थित है। यह दिल्ली के रिंग मार्ग पर आने वाला एक बस स्टॉप भी है।
5. महाप्रयाण – डाँ राजेन्द्र प्रसाद:
डाँ राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। भारत के राष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल 26 जनवरी 1950 से 14 मई 1962 तक का रहा। सन् 1962 में अवकाश प्राप्त करने पर उन्हें ‘भारतरत्न’ की सर्वश्रेष्ठ उपाधि से सम्मानित भी किया गया था। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का 28 फरवरी 1963 को निधन हो गया। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की समाधि पटना के बांसघाट के ‘महाप्रयाण घाट’ पर स्थत हैं।
6. नारायण घाट – गुलजारीलाल नन्दा:
गुलजारीलाल नन्दा भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उनका जन्म 4 जुलाई, 1898 को सियालकोट, पंजाब, पाकिस्तान में हुआ था। कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित गुलज़ारी लाल नंदाजी दो बार भारत के कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाये गए पहली बार पं जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद 1964 में और एक बार लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri) की मृत्यु के बाद 1966 में। 100 वर्ष की अवस्था में इनका निधन 15 जनवरी 1998 को हुआ।
7. शांति वन – जवाहर लाल नेहरू:
यह स्थान स्वतन्त्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पं जवाहर लाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) का समाधि स्थल है यह स्थान भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है।
8. शक्ति स्थल – इंदिरा गांधी:
यह स्थान भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) का समाधि स्थल है। यह स्थान भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। इंदिरा गाँधी भारत की लगातार 3 बार प्रधानमंत्री रहीं एवं चौथी बार के कार्यकाल में उनकी हत्या कर दी गयी थी।
9. अभय घाट – मोराजी देसाई:
यह स्थान भारत के छटवें प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई (Morarji Desai) की समाधि स्थल है यह स्थान अहमदाबाद (गुजरात -Gujarat ) में स्थित है मोरारजी देसाई भारत के पहले प्रधानमंत्री थे जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वजाय अन्य दल से थे इन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna) तथा पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से भी सम्मानित किया गया था।
10. समता स्थल – जगजीवन राम:
यह स्थान भारत के उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम (Jagajeevan Ram) की समाधि स्थल है यह स्थान भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है।
11. चैत्रा भूमि – डाँ बी. आर. अम्बेडकर:
यह स्थान भारत के संविधान के निर्माता एवं भारत रत्न डॉ बी. आर. अम्बेडकर (Dr B. R. Ambedkar) की समाधि स्थल है यह स्थान दादर (मुंबई) में स्थित है डॉ बी. आर. अम्बेडकर को बाबा साहब के नाम से भी जाना जाता था
12. एकता स्थल – ज्ञानी जैल सिंह:
देश के आठवें राष्ट्रपति ज्ञानी ज़ैल सिंह 25 जुलाई, 1982 को पद की शपथ ली। उनके कार्यकाल में अमृतसर में स्वर्ण मंदिर परिसर में ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ तथा प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या प्रमुख घटनाएं हैं। एकता स्थल भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक है और इसका अपना राष्ट्रीय महत्व भी है। एकता स्थल दरिया गंज, नई दिल्ली में स्थित है।
13. उदय भूमि – के. आर. नारायणन :
के. आर. नारायणन भारत के पहले दलित एवं मलयाली राष्ट्रपति थे। इनका जन्म 27 अक्टूबर 1920 में केरल के एक छोटे से गांव में हुआ था। 9 नवम्बर, 2005 को आर्मी रिसर्च एण्ड रैफरल हॉस्पिटल, नई दिल्ली में उनका निधन हो गया।
14. कर्म भूमि – शंकर दयाल शर्मा:
डॉ. शंकरदयाल शर्मा भारत के 9 वें राष्ट्रपति थे। उनका कार्यकाल 25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997 तक रहा। राष्ट्रपति बनने से पूर्व ये भारत के आठवे उपराष्ट्रपति भी थे, ये भोपाल राज्य के मुख्यमंत्री (1952-1956) रहे। 9 अक्टूबर, 1999 को, उन्हें दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। कर्म भूमि में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
15. स्मृति स्थल – अटल बिहारी वाजपेयी:
अटल बिहारी वाजपेयी भारत के दसवें प्रधानमंत्री थे, वह पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक भारत के प्रधान मंत्री थे, और फिर 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 16 अगस्त, 2018 को निधन हो गया। राष्ट्रीय स्मृति स्थल (नई दिल्ली) पर वाजपेयी जी का अंतिम संस्कार हुआ।