दो पर्वतों के मध्य वह सँकरे और प्राकृतिक मार्ग, जिनसे होकर पर्वतों को पार किया जा सकता है, दर्रे (Passes) कहलाते हैं। उत्तराखंड राज्य में स्थित ट्रांस हिमालय, वृहत हिमालय, मध्य हिमालय तथा शिवालिक हिमालय श्रेणियों में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए अनेक प्राकृतिक मार्ग है, जिन्हें दर्रे, गिरिद्वार, धुरा या पास कहा जाता है।
चमोली व तिब्बत को जोड़ने वाले प्रमुख दर्रे
- माणा दर्रा
- नीति दर्रा
- किंगरी-बिंगरी दर्रा
- डुंगरी ला दर्रा
- बालचा दर्रा
- घाटरलिया दर्रा
- कोई दर्रा
- म्युंडार दर्रा
- शलशला दर्रा
- तंजुम दर्रा
- चोरहोती दर्रा
- लमलंग दर्रा
उत्तरकाशी व तिब्बत को जोड़ने वाले प्रमुख दर्रे
- मुलिंग ला दर्रा
- थांगला दर्रा
- सांगचोकला दर्रा
- नेलंग दर्रा
पिथौरागढ़ व तिब्बत को जोड़ने वाले प्रमुख दर्रे
- मानस्या-लम्पिया दर्रा
- लिपूलेख-गुंजी दर्रा
- दारमा-नवीधुरा दर्रा
- ऊंटा जयंती दर्रा
- लेवि. दर्रा
पिथौरागढ़ व चमोली को जोड़ने वाले प्रमुख दर्रे
- मार्चयोक दर्रा
- टोपिधुंगा दर्रा
- बारहोती दर्रा
- लातुधुरा दर्रा
उत्तराखंड के अन्य प्रमुख दर्रे
- लासपा दर्रा – यह दर्रा चमोली और पिथौरागढ़ को जोड़ता है
- ट्रेलपास दर्रा – यह दर्रा बागेश्वर और पिथौरागढ़ को जोड़ता है
- श्रृंगकंठ दर्रा – यह दर्रा ‘उत्तरकाशी’ और हिमाचल प्रदेश को जोड़ता है
- सिनला दर्रा – यह दर्रा दारमा को व्यास घाटी से जोड़ता है
- सुंदरढुंगा दर्रा – यह दर्रा बागेश्वर और चमोली को जोड़ता है
- कालिंदी दर्रा –यह दर्रा ‘उत्तरकाशी’ और चमोली को जोड़ता है
कियोगार्ड दर्रा कंहा है?