दो या दो से पदार्थों के समांगी मिश्रण (Homogeneous mixture) को विलयन कहते है। जैसे – नींबू पानी, सोडा आदि।
किसी भी विलयन को दो भागों में विभक्त किया जा सकता है।
- विलेय (Solute) – वह पदार्थ जिसमें घुलने की प्रवृति होती है, उसे विलेय कहते है। अर्थात या पदार्थ विलायक में घुल जाता है।
- विलायक (Solvent) – वह पदार्थ जिसमें विलेय घुल जाता है, उसे विलायक कहते है।
उदाहरण
- चीनी और जल का विलयन (इसमें चीनी विलेय और जल विलायक है)।
- टिंक्चर आयोडीन – आयोडीन और अल्कोहॉल का विलयन (इसमें आयोडीन विलेय और अल्कोहॉल विलायक है।)
विलयन के गुण
- यह एक समांगी मिश्रण (homogeneous mixture) होता है।
- विलयन के कण 1 nm (10−9 meter) के व्यास से भी छोटे होते है, इसलिए इन्हें नग्न आँखों से नहीं देखा जा सकता है।
- विलयन में से प्रकाश की किरण गुजरने पर इसका प्रकीर्णन (Scattering) नहीं होता है।
विलयन के प्रकार
विलयन की सांद्रता (Solution concentration)
1. तनु विलयन (Dilute solution) : वह विलयन जिसमें विलेय की मात्रा, विलायक तुलना में बहुत कम होती है तो ऐसे विलयन को तनु विलयन (dilute solution) कहा जाता है।
2. सान्द्र विलयन (Concentrated solution) : वह विलयन जिसमें विलेय की मात्रा , विलायक की तुलना में बहुत अधिक होती है ऐसे विलयन को सान्द्र विलयन (Concentrated solution) कहा जाता है।
3. संतृप्त विलयन(Saturated solution): किसी निश्चित तापमान पर यदि विलयन/विलायक में विलेय पदार्थ नहीं घुलता तो उसे संतृप्त विलयन कहते है।
4. असंतृप्त विलयन (Unsaturated solution): यदि विलयन में विलेय पदार्थ की मात्रा संतृप्तता से कम है, तो उसे असंतृप्त विलयन (Unsaturated solution) कहते है।