UPTET 2013 – Paper – I (Child Development and Pedagogy) Answer Key

परीक्षा (Exam) – UPTET (UttarPradesh Teacher Eligibility Test) Paper I (Classes I to V)
भाग (Part) – Part – 1 – बाल विकास और शिक्षाशास्त्र (Child Development and Pedagogy)
परीक्षा आयोजक (Organized) –  UPBEB

कुल प्रश्न (Number of Question) – 30
परीक्षा तिथि (Exam Date) – 2013


Q1. शैशवकाल की अवधि है
(1) जन्म से 2 वर्ष तक
(2) जन्म से 1 वर्ष तक
(3) जन्म से 3 वर्ष तक
(4) 2 से 3 वर्ष तक


Q2. पियाजे के अनुसार 2 से 7 वर्ष के बीच का एक बच्चा संज्ञानात्मक विकास की …….. अवस्था में
(1) औपचारिक संक्रियात्मक
(2) पूर्व संक्रियात्मक
(3) मूर्त संक्रियात्मक
(4) संवेदी-गतिक

Q3. विकास …….. से ……. की ओर बढ़ता
(1) जटिल, कठिन
(2) सामान्य, विशिष्ट
(3) विशिष्ट, सामान्य
(4) साधारण, आसान

Q4. जब वयस्क सहयोग से सामंजस्य कर लेते हैं, तो वे बच्चे के वर्तमान स्तर के प्रदर्शन को संभावित क्षमता के स्तर के प्रदर्शन की तरफ प्रगति क्रम को सुगम बनाते हैं, इसे कहा जाता है
(1) सहयोग देना
(2) समीपस्थ विकास
(3) सहभागी अधिगम
(4) सहयोगात्मक अधिगम

Q5. नवीन जानकारी को शामिल करने के लिए वर्तमान स्कीमा (अवधारणा) में बदलाव की प्रक्रिया ……. कहलाती है
(1) आत्मसात्करण
(2) अनुकूलन
(3) समायोजन
(4) अहंकेन्द्रिता

Q6. मध्य वाल्यावस्था में भाषा…… के बजाय….अधिक है
(1) समाजीकृत, अहंकेद्रित
(2) अहकेंद्रित, समाजीकृत
(3) जीववादी, समाजीकृत
(4) परिपक्व, अपरिपक्व

Q7. बाल केन्द्रित शिक्षा में शामिल है
(1) बच्चों का एक कोने में बैठना
(2) बच्चों के लिए हस्तपरक गतिविधियाँ
(3) प्रतिबंधित परिवेश में अधिगम
(4) वे गतिविधियाँ जिनमें खेल शामिल नहीं होते

Q8. कक्षा-अध्यापक ने राघव को अपनी कक्षा में अपने की-बोर्ड पर स्वयं द्वारा तैयार किया गया मधुर संगीत बजाते हुए देखा। कक्षा-अध्यापक ने विचार किया कि राघव में ….. बुद्धि उच्च स्तरीय थी
(1) शारीरिक-गतिबोधक
(2) स्थानिक
(3) संगीतमय
(4) भाषायी

Q9. जब एक शिक्षक यह समझता है कि स्वभाविक रूप से लड़के गणित में लड़कियों से अच्छे है, यह दर्शाता है कि अध्यापक है
(1) लिंग (जेंडर) पक्षपाती
(2) नीतिपरक
(3) शिक्षाप्रद
(4) सही दृष्टिकोण वाला

Q10. समावेशी शिक्षा मानती है कि हमें ……. को ….. के अनुरूप बदलना है
(1) व्यवस्था/बच्चे
(2) बच्चे/व्यवस्था
(3) परिवेश/परिवार
(4) बच्चे/परिवेश

Q11. बच्चों में ज्ञान की रचना करने और अर्थ का निर्माण करने की क्षमता होती है। इस परिप्रेक्ष्य में एक शिक्षक की भूमिका है
(1) संप्रेषक और व्याख्याता की
(2) तालमेल बैठाने वाले की
(3) सुगमकर्ता की
(4) निर्देशक की

Q12. इनमें से कौन-सी विशेषता प्रतिभाशाली बच्चों की नहीं है?
(1) उच्च आत्म क्षमता
(2) उच्चतर श्रेणी की मानसिक प्रक्रियाएँ
(3) निम्न औसतीय मानसिक प्रक्रियाएँ
(4) अंतर्दृष्टिपूर्वक समस्याओं का समाधान करना

Q13. कोहलबर्ग के सिद्धान्त के पूर्व-परम्परागत स्तर के अनुसार, कोई नैतिक निर्णय लेते समय एक व्यक्ति निम्नलिखित में से किस तरफ प्रवृत्त होगा?
(1) व्यक्तिगत आवश्यकताएँ तथा इच्छाएँ
(2) अंतर्निहित संभावित दंड
(3) व्यक्तिगत मूल्य
(4) पारिवारिक अपेक्षाएँ

Q14. शिक्षार्थियों (अधिगमकत्ता) की वैयक्तिक विभिन्नताओं के संदर्भ में शिक्षिका को चाहिए
(1) निगमनात्मक पद्धति के आधार पर समस्याओं का समाधान करना
(2) विविध प्रकरार की अधिगम परिस्थितियों को उपलब्ध कराना
(3) कलनविधि (एल्गोरिथ्म) का अधिकतर प्रयोग करना।
(4) बाद करने के लिए शिक्षार्थियों को तथ्य उपलब्ध कराना।

Q15. निम्नलिखित में से कौन-सा बाल विकास का एक सिद्धान्त नहीं है?
(1) विकास के सभी क्षेत्र महत्वपूर्ण हैं
(2) सभी विकास एक क्रम का पालन करते हैं
(3) सभी विकास परिपक्वन तथा अनुभव की अंत: क्रिया का परिणाम होते हैं
(4) सभी विकास तथा अधिगम एक समान गति से आगे बढ़ते हैं।

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