Q46. संदर्भ के अनुसार शब्दों के उपयुक्त चयन संबंधी त्रुटियों को दूर करने के लिए सर्वाधिक कारगर तरीका क्या है?
(1) विविध शब्दों का वाक्य-प्रयोग करवाना
(2) विविध भाषा-प्रयोग से परिचित कराना
(3) व्याकरण की विविध पुस्तकें पड़ाना
(4) विविध शब्दों की सूची याद करवाना
Q47.श्यामला केवल उन्हीं प्रश्नों के उत्तर लिखाती है जो उसने बाद किए होते हैं। इसका कारण हो सकता है
(1) उसकी विचार-प्रक्रिया अव्यवस्थित है
(2) उसकी कक्षा में सब ऐसा ही करते हैं
(3) उसकी स्मरण शक्ति बहुत तेज है
(4) उसमें कल्पनाशीलता जैसे गुण का अभाव है
Q48. किस तरह के बच्चों को हिन्दी भाषा सीखने में अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ेगा?
(1) जिनकी मातृभाषा सरला है
(2) जिनकी मातृभाषा मानक हिन्दी नहीं है
(3) जिनकी मातृभाषा हिन्दी से भिन्न है
(4) जिनकी मातृभाषा हिन्दी के समान है
Q49. बच्चों की भाषा क्षमता का आकलन करने की दृष्टि से निम्नलिखित में से कौन-सा प्रश्न सर्वाधिक उपयोगी एवं सार्थक है?
(1) नीचे लिखे वाक्य को पढ़कर सुनाइए – “मुझे कहानी सुनना अच्छा लगता है।”
(2) नीचे लिखे शब्दों को पढ़कर सुनाइए-जंगल : धरती
(3) नीचे दिए गए शब्दों के वचन बदलिए – तितली ; चूहा
(4) फेरीवालों की आवाजें सुनिए और किसी एक का कक्षा में अभिनय करके दिखाइए
Q50. सभी भाषाई कुशलताएँ
(1) एक-दूसरे से बढ़कर हैं
(2) एक-दूसरे से संबद्ध हैं
(3) एक-दूसरे से अलग है
(4) एक-दूसरे को प्रभावित नहीं करती
Q51. भाषा का प्रमुख प्रकार्य है
(1) प्रतिवेदन लेखन
(2) लेखन दक्षता
(3) भाषण देना
(4) संप्रेषण करना
Q52. पाठ्य-पुस्तक का नया पाठ आरंभ करने से पहले अध्यापक के लिए आवश्यक है कि वह
(1) पाठ के मूल भाव पर बातचीत करें
(2) पाठ से मिलने वाली सीख के बारे में बताए
(3) पाठ के कठिन शब्दों को श्यामपट्ट पर लिखकर उनका अर्थ बताए
(4) पाठ के रचनाकार का परिचय लिखवाए
निर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्रश्न सं. 53 से 60) के सही सबसे उचित उत्तर वाले विकल्प को चुनिए।
मेरे मकान के आगे चौराहे पर दावे के आगे फुटपाथ पर खाना खाने वाले लोग बैठते हैंरिक्शेवाले, मजदूर, फेरीवाले, कबाड़ी वाले …..। आनाजाना लगा ही रहता है। लोग कहते हैं- “आपको बुरा नहीं लगता? लोग सड़क पर गंदा फैला रहे हैं और आप इन्हें बरदाश्त कर रहे है? इनके कारण पूरे मोहल्ले की आबोहवा खराब हो रही है।” मैं उनकी बातों को हलके में ही लेता हूँ। मुझे पता है कि यहाँ जो लोग जुटते हैं ये गरीब लोग होते है। अपने काम-धाम के बीच रोटी खाने चले आते हैं और खाकर चले जाते है। ये आमतौर पर बिहार से आए गरीब ईमानदार लोग हैं जे हमारे इस परिसर के स्थायी सदस्य हो गए हैं। ये उन अशिष्ट अमीरों से भिन्न हैं जो साधारण-सी बात पर भी हंगामा खड़ा कर देते हैं। लोगों के पास पैसा तो आ गया पर धनी होने का शऊर नहीं आया। अधजल गगरी छलकत जाए की तर्ज पर इनमें दिखाये की भावना उबाल खाती है। असल में यह दावा हमें भी अपने माहौल से जोड़ता है। मैं लेखक हूँ तो क्या हुआ? गाँव के एक सामान्य घर से आया हुआ व्यक्ति हूँ। बचपन में गाँव-घरों की गरीबी देखी है और भोगी भी है। खेतों की मिट्टी में रमा हूँ, यह मुझमें रमी है। आज भी उस मिट्टी को झाड़ कर भले ही शहरी बनने की कोशिश करता हूँ, बन नहीं पाता। यह मिट्टी बाहर से चाहे न दिखाई दे, अपनी महक और रसमयता से यह मेरे भीतर बसी हुई है। इसीलिए मुझे मिट्टी से जुड़े ये तमाम लोग भाते हैं। इस दुनिया में कहा-सुनी होती है, हाथापाई भी हो जाती है लेकिन कोई किसी के प्रति गाँठ नहीं बाँधता। दूसरे-तीसरे ही दिन परस्पर हंसते-बतियाते और एक दूसरे के दुख-दर्द में शामिल होते दिखाई पड़ते है। ये सभी कभी-न-कभी एक दूसरे से लड़ चुके हैं लेकिन कभी इसकी प्रतीति नहीं होती कि ये लाड़ चुके हैं। कल के गुस्से को अगले दिन धूल की तरह झाड़कर फेंक देते हैं।
Q53. लोग लेखक से क्यों पूछते हैं कि क्या आपको बुरा नहीं लगता?
(1) वे लोग आसपास गंदगी बिखेर देते हैं।
(2) ये गंदे लोग हैं।
(3) ये लेखक से रुष्ट रहते है।
(4) उन्हें गरीबों से मेल-जोल पंसद नहीं।
Q54. लेखक लोगों की शिकायतों को हलके में लेता है, क्योंकि
(1) शिकायत करना लोगों की आदत होती है
(2) जुटने वाले लोग गरीब और ईमानदार हैं
(3) यह किसी बात को गंभीरता से नहीं लेता
(4) लेखक उन्हें जानता-पहचानता है
Q55. साधारण बात पर भी हंगामा कौन खड़ा कर देते
(1) लेखक के परिचित लोग
(2) अमीर किन्तु असभ्य लोग
(3) अशिष्ट रेहड़ी-पटरी वाले
(4) गाँव से आए गरीब मजदूर
Q56. प्रस्तुत गद्यांश साहित्य की किस विधा के अंतर्गत आएगा?
(1) कहानी
(2) रेखाचित्र
(3) जीवनी
(4) संस्मरण
Q57. ‘गाँठ बाँधना’ का अर्थ है
(1) संभालकर रखना
(2) क्रोध करना
(3) गाँठ लगाना
(4) मन में रखना
Q58. “इस दुनिया में कहा-सुनी होती है”…. ‘इस दुनिया’ का संकेत हैं
(1) गाँव से शहर आ बसे गरीब
(2) अमौर किन्तु अशिष्ट लोग
(3) शहर से गाँव आ बसे मजदूरों की दुनिया
(4) लेखक को उकसाने वाला पड़ोस
Q59. ‘अधजल गगरी छलकत जाए’ किसके संदर्भ में कहा गया है?
(1) गाँव से शहर आकर कमाई करने वालों के लिए
(2) अमीर बन गए असभ्य लोगों के लिए
(3) लेखक जैसे प्रबुद्धों के लिए
(4) अनपढ़ ग्रामीणों के लिए
Q60. ‘धूल की तरह झाड़कर फेंक देना’ का आशय है
(1) छोटों की उपेक्षा करना
(2) सफाई से रहना
(3) दूसरे को दे देना
(4) पूरी तरह भुला देना
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