फसलें किसानों द्वारा उगाए जाने वाले पौधे हैं, जिनकी बड़े पैमाने पर खेती की जाती है। फसलों का उपयोग जीवन निर्वाह व व्यावसायिक रूप से कारोबार के लिए किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश लोग प्रमुख रूप से कृषि व्यवसाय में लगे हुए है। Note: फसलों की खेती मुख्य…
Read Moreप्रत्येक वर्ष, 31 मई को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और इसके सहयोगी देशों द्वारा वर्ल्ड नो टोबैको डे (WNTD) के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य तम्बाकू के उपयोग और सेकंड-हैंड स्मोक एक्सपोज़र के हानिकारक और घातक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और तंबाकू…
Read Moreउत्तराखंड में भोटिया जनजाति द्वारा गठिया रोग के निवारण के लिए भैकल पौधे के बीज से तेल निकालकर खाते है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के दयारा बुग्याल क्षेत्र में मक्खन की होली खेली जाती है। देवदामिनी बुग्याल, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद में स्थित है। ऑडिन कॉल दर्रा, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद में…
Read Moreप्रत्येक वर्ष 28 मई को विश्व डुगोंग दिवस (World Dugong Day) के रूप मनाया जाता है। प्रमुख बिंदु डुगोंग को ’समुद्री गाय (Sea Cow)’ भी कहा जाता है। यह एकमात्र समुद्री स्तनधारी है, जो शाकाहारी है। डुगोंग को IUCN की रेड लिस्ट में संकटग्रस्त प्रजाति (Vulnerable Species) के रूप में…
Read Moreकर्नाटक के पुरातत्व, विरासत और संग्रहालय विभाग, जल्द ही अरगा क्षेत्र, मालनाड (मलेनडू) में अनुसंधान कार्य शुरू करने की योजना पर कार्य करने जा रहा है, ताकि कर्नाटक संगीत के जनक पुरंदर दास के जन्मस्थान के बारे में अटकलों को समाप्त किया जा सके। यह विभाग संस्कृति मंत्रालय (Ministry of Culture) के अंतर्गत…
Read Moreवर्ष 1908 में जोध सिंह नेगी द्वारा पौड़ी गढ़वाल में कुली एजेंसी की स्थापना की गयी थी। पंडित गोविंद बल्लभ पंत द्वारा फारेस्ट प्रॉब्लम ऑफ कुमाऊं (Forest problem of Kumaon) नामक पुस्तक की रचना की गयी थी। भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मदन मोहन उपाध्याय द्वारा भूमिगत रेडियो संचालन किया…
Read MoreH.K मथवाल द्वारा उत्तराखंड के रूपकुण्ड (चमोली) में पहला नरकंकाल खोजा गया था। प्रसिद्ध लोक संगीतज्ञ गोपीदास जी उत्तराखंड के कौसानी (अल्मोड़ा) से अत्यधिक प्रभावित थे। ब्रिटिश शासनकाल में तराई भाबर को 5 प्रकार के गावों में विभाजित किया गया था। उत्तराखंड के मसूरी में भद्राज व ज्वालाजी मंदिर स्थित…
Read Moreकोठार बांध का निर्माण अल्मोड़ा जिले में कोसी नदी पर निर्मित किया गया है। चूना पत्थर (Limestone) उत्तराखंड में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला खनिज पदार्थ है। आचार्य श्री राम शर्मा द्वारा हरिद्वार में शान्तिकुंज के की स्थापना की गयी थी। उत्तराखंड के कुमाऊं का अल्मोड़ा जनपद, पिछौड़ा (रंग्वाली…
Read Moreप्रत्येक वर्ष 22 मई को अंतर्राष्ट्रीय जैव-विविधता दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य जैव विविधता से संबंधित मुद्दों के विषय में जागरूकता बढ़ाना है। प्रमुख बिंदु जैव विविधता प्रकृति की रक्षा से लेकर जलवायु तक, खाद्य सुरक्षा, जल सुरक्षा, और स्थायी आजीविका तक एक स्थायी भविष्य का आधार बनी हुई…
Read Moreमूलरूप से गंगोली हाट के निवासी भगवान सिंह रौतेला को उनके अदम्य साहस के लिए सेना मेडल से सम्मानित किया गया है। वर्ष 1977 में उत्तराखंड में वनों की नीलामी के विरोध में आंदोलन किया गया था, इसी आंदोलन के दौरान वर्ष 1978 में सर्वप्रथम संपूर्ण उत्तराखंड बंद हुआ था।…
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