भारतीय संविधान के अनुच्छेद 214 के अंतर्गत प्रत्येक राज्य के लिए एक उच्च न्यायालय की व्यवस्था की गई है, किंतु दो या दो से अधिक राज्यों के लिए एक ही उच्च न्यायालय, अथवा बड़ी जनसंख्या वाले राज्य के लिए एक से अधिक उच्च न्यायालय की व्यवस्था का अधिकार भारतीय संसद्
Read Moreभारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा भारत में वन्य जीव-जंतु संरक्षण हेतु योजनाओं का क्रियान्वयन एवं निर्देशन किया जाता है। इसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं। वन्य जीवन (सुरक्षा) अधिनियम, 1972 में वन्य जीवन के
Read Moreबिहार राज्य का अधिकांश क्षेत्रफल मैदानी है। अत्यधिक जनसंख्या घनत्व और कृषि भूमि पर दबाव के कारण प्राकृतिक वनस्पति, पर्यावरण के अनुकूल नहीं है। बिहार में अधिकांश वर्षा मानसूनी जलवायु के कारण
Read Moreवह उत्पाद जो हमें वनों से प्राप्त होते है वन संपदा कहलाते हैं। बिहार में वनों से प्राप्त होने प्रमुख/मुख्य एवं गौण उत्पाद निम्न हैं, जिनके एकत्रीकरण एवं विपणन का कार्य बिहार
Read Moreबिहार का संपूर्ण भाग उपोष्ण कटिबंध क्षेत्र में स्थित राज्य है, जो एक मानसूनी जलवायु का प्रदेश है। बिहार की जलवायु आर्द्र उपोष्ण जलवायु (Humid Subtropical climate ) है। किसी स्थान की
Read Moreमृदा ठोस भूपटल के ऊपरी असंगठित पदार्थों की परत है, जिसका निर्माण चट्टानों के विखंडन से होता है। मृदा निर्माण में जल, आर्द्रता और तापमान जैसे अन्य प्राकृतिक कारक मुख्य भूमिका निभाते
Read Moreवर्ष 1971 में ईरान (Iran) में आयोजित रामसर सम्मेलन (Ramsar conference) के अनुसार आर्द्रभूमि निम्न रूप में परिभाषित किया जा सकता है | जैसे – दलदल (Marsh), पंकभूमि (Fen), पिटभूमि, जल, कृत्रिम
Read Moreबिहार में सदाबहार एवं मौसमी नदियों के अतिरिक्त जल के अन्य प्रमुख स्रोतों जैसे – गर्म जल के स्रोत (कुंड), जलप्रपात, झील आदि सम्मिलित हैं। बिहार के गया, नालंदा और मुंगेर क्षेत्रो
Read Moreबिहार के मैदानी भागों में अनेक प्राकृतिक झीलें पाई जाती हैं। बिहार के उत्तरी भाग में गंगा के मैदान में निम्न ढाल के कारण नदी बहाव अत्यंत मंद हो जाता है। जिस
Read Moreजलप्रपात (Waterfall) उस भौगोलिक स्थिति को कहते हैं, जहाँ नदी पर्वतीय अथवा पठारी क्षेत्र से तीव्र ढाल से होते हुए नीचे उतरती है। उस भौगोलिक क्षेत्र में जहाँ कठोर और मुलायम चट्टान
Read Moreपुनर्जागरण का शाब्दिक अर्थ होता है पुन:जागना। पुनर्जागरण के कारन यूरोप में कला, साहित्य, राजनीति, समाज,अर्थव्यवस्था, धर्म में एक नई प्रकार की सोच या मनोदशा का विकास हुआ। पुनर्जागरण के कारण: धर्मयुद्ध:
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