- प्रथम चरण – महमूद ग़ज़नवी द्वारा (1000 – 1027 ई.)
- द्वितीय चरण – मोहम्मद ग़ोरी (1174 – 1206 ई.)
बाद के कालक्रम में संपूर्ण इस्लामी जगत् मंगोलों के आक्रमण से भयभीत था। मंगोलों के आक्रमण के कारण इस्लाम धर्म के जन्मस्थल से इस्लामी राजसत्ता का पतन हुआ। इस स्थिति में दिल्ली सल्तनत में मुस्लिम संतों, विद्वानों, साहित्यकारों और शासकों को आश्रय प्राप्त हुआ।
दिल्ली सल्तनत विभिन्न वंशों का अधिकार
दिल्ली सल्तनत पर निम्नलिखित 5 वंशों ने शासन किया, जिसमें सबसे लंबा शासनकाल तुग़लक़ वंश (1320 से 1414 ई. / लगभग 94 वर्ष ) का रहा। दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाले निम्नलिखित वंश –
- मामलूक/ममलूक अथवा ग़ुलाम वंश (1206 – 1290 ई.)
- ख़िलजी वंश (1290 – 1320 ई.)
- तुग़लक़ वंश (1320 से 1414 ई.)
- सैय्यद वंश (1414 से 1451 ई.)
- लोदी वंश (1451 से 1526 ई.)
ग़ुलाम अथवा मामलूक वंश
- कुतुबी राजवंश (संस्थापक – कुतुबुद्दीन ऐबक)
- कुतुबुद्दीन ऐबक (संस्थापक 1206 – 1210 ई.)
- आरामशाह (1210 – 1211 ई.)
- शम्सी राजवंश (संस्थापक – इल्तुतमिश)
- इल्तुतमिश (1211 – 1236 ई.)
- रुक्नुद्दीन फ़िरोज शाह (1236 ई.)
- रज़िया सुल्तान (1236 – 1240 ई.)
- मुईजुद्दीन बहरामशाह (1240 – 1242 ई.)
- अलाउद्दीन मसूदशाह (1242 – 1246 ई.)
- नासिरुद्दीन महमूद (1246 – 1266 ई.)
बलबनी राजवंश (संस्थापक – ग़यासुद्दीन बलबन)
- ग़यासुद्दीन बलबन (1266 – 1286 ई.)
- कैकुबाद एवं शमसुद्दीन क्यूमर्स (1287 – 1290 ई.)
ख़िलजी वंश (संस्थापक – जलालुद्दीन फ़िरोज ख़िलजी)
तुग़लक़ वंश (संस्थापक – ग़यासुद्दीन तुग़लक़)
- ग़यासुद्दीन तुग़लक़ (1320 – 1325 ई.)
- मुहम्मद बिन तुग़लक़ (1325 – 1351 ई.)
- फ़िरोज शाह तुग़लक़ (1351 – 1388 ई.)
- ग़यासुद्दीन तुग़लक़ द्वितीय (तुग़लकशाह 1388 – 1389 ई.)
- अबूबक्र (फ़रवरी 1389 – अगस्त, 1390 ई.)
- नासिरुद्दीन महमूदशाह (1390 – 1394 ई.)
- नसरत शाह तुग़लक़ (1395 – 1398 ई.)
- महमूद तुग़लक़ (1399 – 1412 ई.)
सैय्यद वंश (संस्थापक – ख़िज़्र ख़ाँ )
- ख़िज़्र ख़ाँ (1414 – 1421 ई.)
- मुबारक शाह (1421 – 1434 ई.)
- मुहम्मदशाह (1434 – 1445 ई.)
- अलाउद्दीन आलमशाह (1445 – 1450 ई.)
लोदी वंश (संस्थापक – बहलोल लोदी )
- बहलोल लोदी (1451 – 1489 ई.)
- सिकन्दर शाह लोदी (1489 – 1517 ई.)
- इब्राहीम लोदी (1517 – 1526 ई.)