उत्तराखंड (Uttarakhand) राज्य में विभिन्न स्थानों से प्राप्त हुए पाषाणकालीन उपकरण, गुफा, शैल-चित्र, कंकाल, और धातुओं के उपकरणों से प्रागैतिहासिक काल में मानव निवास की पुष्टि हुई हैं| इस काल के साक्ष्य निम्न स्थलों से प्राप्त हुए है – लाखु गुफा (Lakhu Cave) – वर्ष 1963 में लाखु उड्यार (Cave) की खोज सुयाल नदी के…
Read Moreइस प्रथा में व्यक्ति को बिना पारिश्रमिक दिए कुली का काम करना पड़ता था इसी कारण इसे कुली बेगार (Kuli Begar) कहा जाता था | विभिन्न ग्रामों के ग्राम प्रधानो (पधानों) का यह दायित्व था, कि वह एक निश्चित अवधि के लिये, निश्चित संख्या में शासक वर्ग (अंग्रेज़ो) को कुली उपलब्ध कराएगा। इस कार्य…
Read Moreअल्मोड़ा (Almora) – उत्तराखंड के अल्मोड़ा (Almora) जनपद में 11 विकासखंड (Development block) है, जो निम्नलिखित है – स्यालदे (Syalde), चौखुटिया (Chaukhutia), भिकियासैंण (Bhikiyasain), ताड़ीखेत (Tadikhet), सल्ट (Salt), द्वाराहाट (Dwarahat), लमगड़ा (Lamgra), धौलादेवी (Dhauladevi), हवालबाग (Hawalbag), ताकुला (Takula) व भैसियाछाना (BhasiaChana)। नैनीताल (Nainital) – उत्तराखंड के नैनीताल (Nainital) जनपद में विकासखंडो की…
Read Moreउत्तराखंड राज्य उत्तराखंड (Uttarakhand) भारत के उत्तर में स्थित एक राज्य है। यह भारत का 27 वाँ और हिमालिय क्षेत्र का 11वाँ राज्य हैं। इसे देवभूमि (Devbhomi) के नाम से भी जाना जाता हैं क्योंकि यहाँ पर बहुत से हिन्दू देवी-देवताओँ के मंदिर स्थित हैं। राज्य को दो हिस्से गढ़वाल (Garhwal)…
Read Moreराष्ट्रीय उद्यान ( National Park ) S.No राष्ट्रीय उद्यान ( National Park ) स्थापना वर्ष क्षेत्रफल (square km) विस्तार 1. कार्बट राष्ट्रीय उद्यान (Corbeet National Park) 1936 520.82 पौड़ी गढ़वाल-नैनीताल 2. नन्दादेवी राष्ट्रीय उद्यान ( Nanda devi National Park ) 1982 624.60 चमोली गढ़वाल 3. फूलों की घाटी (Valley of Flowers National Park)…
Read Moreउत्तराखंड राज्य गठन 09 नवंबर 2000 से अब तक राज्य में 6 राज्यपालों ने कार्यभार संभाला है। उत्तराखंड के प्रथम राज्यपाल श्री सुरजीत सिंह बरनाला (SARDAR SURJIT SINGH BARNALA) थे। उत्तराखंड के वर्तमान राज्यपाल डा0 कृष्णकांत पॉल ( K. K. PAUL) हैं। जिन्होंने 07 जनवरी 2015 से उत्तराखंड के राज्यपाल…
Read Moreउत्तरी भारत में स्थित मध्य प्रदेश राज्य चारों ओर से पूर्णतः स्थलों से घिरा है, जो ना ही किसी अंतर्राष्ट्रीय सीमा को और न ही किसी सागरीय सीमा को स्पर्श करता है। भारत के मध्य में स्थित होने के कारण, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) , को ‘हृदय प्रदेश’ भी कहा जाता है।…
Read Moreमध्य प्रदेश को उसकी भौतिक परिस्थितियों के आधार पर 3 प्राकृतिक प्रदेशों में वर्गीकृत किया गया है। मध्य उच्च प्रदेश (Middle High Region) मध्य उच्च प्रदेश त्रिभुज के आकार का एक पठारी प्रदेश (plateau region) है, जो नर्मदा, सोन घाटियों एवं अरावली श्रेणियों के मध्य स्थित है। नर्मदा सोन घाटी…
Read Moreमध्य प्रदेश का अधिकांश भाग पठारी होने के साथ-साथ मध्य प्रदेश में कुछ प्रमुख पर्वत भी पाए जाते हैं। जो निम्नलिखित है – अरावली पर्वत श्रेणी (Aravali Mountain Range) अरावली पर्वत श्रेणी को पृथ्वी की प्राचीनतम पर्वत श्रृंखला माना जाता है, जिसके ढाल अधिक तीव्र हैं। यह पर्वत मालवा पठार के…
Read Moreवायुमंडल में होने वाला अल्पकालिक परिवर्तन मौसम तथा मौसम में होने वाले दीर्घकालिक परिवर्तन को जलवायु कहते है जिसका प्रभाव एक विस्तृत क्षेत्र और पर्यावरण पर पड़ता है। कर्क रेखा, मध्य प्रदेश के मध्य से गुजरती है जिसके कारण मध्य प्रदेश की जलवायु मानसूनी प्रकार (उष्णकटिबंधीय) की है। यहाँ की जलवायु को प्रभावित करने…
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