महासागरीय जल भूमि की तरह सौर ऊर्जा के द्वारा गर्म होते हैं। स्थल की तुलना में जल के तापन व शीतलन की प्रक्रिया धीमी होती है। तापमान का ऊर्ध्वाधर तथा क्षैतिज वितरण महासागरीय जल में बढ़ती हुई गहराई साथ-साथ तापमान में भी कमी आती जाती है। यह सीमा समुद्री सतह से लगभग…
Read Moreजल एक चक्रीय (Cyclical) संसाधन है जिसका पुनः प्रयोग प्रयोग किया जा सकता है। जल एक चक्र के रूप में महासागर से धरातल पर और धरातल से महासागर तक पहुँचता है। जलीय चक्र, पृथ्वी पर, इसके नीचे व पृथ्वी के ऊपर वायुमंडल में जल के संचलन की व्याख्या करता है।…
Read Moreउत्पत्ति के आधार पर वर्षा को तीन प्रमुख प्रकारों में बाँटा जा सकता है- संवहनी वर्षा, (Vascular rain) पर्वतीय वर्षा (Mountain rain) चक्रवाती वर्षा (Cyclone rain) संवहनीय वर्षा (Vascular Rain) हवा गर्म हो जाने पर हल्की होकर संवहन धाराओं के रूप में ऊपर की ओर उठती है, वायुमंडल की ऊपरी परत में पहुँचने…
Read Moreमौसम और जलवायु (Weather & Climate) – वायुमंडल में होने वाला अल्पकालिक परिवर्तन मौसम कहलाता है। मौसम में होने वाला दीर्घकालिक परिवर्तन जलवायु कहलाता है जिसका प्रभाव एक विस्तृत शेत्र और पर्यावरण पर पढता है। तापमान वायु में मौजूद ताप एवं शीतलता के परिमाण को तापमान कहते हैं। वायुमंडल का तापमान केवल दिन और रात में…
Read Moreवायुमंडल अलग-अलग घनत्व तथा तापमान वाली विभिन्न परतों (layers) का बना होता है। पृथ्वी की सतह के पास घनत्व अधिक होता है, जबकि ऊंचाई बढ़ने के साथ-साथ यह घटता जाता है। तापमान की स्थिति के अनुसार वायुमंडल को पाँच विभिन्न भागों में बाँटा गया है जो निम्न है :- क्षोभमंडल (Troposphere)…
Read Moreवायुमंडल (Atmosphere) अनेक गैस का एक मिश्रण है जिसमे ठोस और तरल पदार्थो के कण असमान मात्र में रहते है हमारे वायुमंडल में मात्रा के अनुसार, शुष्क हवा में 78.09% नाइट्रोजन (Nitrogen) गैस है जो पोधों और जीवो के विकास के लिए महत्वपूर्ण है , 20.95% ऑक्सीजन (Oxygen), 0.93% आर्गन…
Read Moreज्वालामुखी / क्रेटर (Crater) वह स्थान है जहाँ से निकलकर गैस, राख और तरल चट्टानी पदार्थ, लावा पृथ्वी के धरातल तक पहुँचता है। यदि यह पदार्थ कुछ समय पहले ही बाहर आया हो या अभी निकल रहा हो तो वह ज्वालामुखी सक्रिय ज्वालामुखी (active volcano) कहलाता है। तरल चट्टानी पदार्थ…
Read Moreसन् 1967 में मैकेंजी (Mckenzie), पारकर (Parker) और मोरगन (Morgan) ने स्वतंत्रा रूप से उपलब्ध् विचारों को समन्वित कर अवधरणा प्रस्तुत की, जिसे ‘प्लेट विवर्तनिकी’ (Plate tectonics) कहा गया। एक विवर्तनिक प्लेट ठोस चट्टान का विशाल व अनियमित आकार का खंड है, जो महाद्वीपीय व महासागरीय स्थलमंडलों से मिलकर बना…
Read Moreपृथ्वी की पर्पटी अनेक प्रकार के शैलों से बनी है। पृथ्वी की पर्पटी बनाने वाले खनिज पदार्थ के किसी भी प्राकृतिक पिंड को शैल कहते हैं। शैल विभिन्न रंग, आकार एवं गठन की हो सकती हैं। निश्चित दशाओं में एक प्रकार की शैल चक्रीय तरीके से एक-दूसरे में परिवर्तित हो…
Read Moreपृथ्वी को इसकी बनावट और उसमें मिलने वाले खनिज तत्वों और गहराई के आधार पर मुख्यत: तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है भू-पर्पटी मैंटल क्रोडprithwi ka antarik bhag भू-पर्पटी (Earth Crust) यह ठोस पृथ्वी का सबसे बाहरी भाग है। यह बहुत भंगुर (Brittle) भाग है जिसमें जल्दी टूट जाने…
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